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'भारत' के आगे 'इंडिया' नहीं चलेगा? सरकार ने एकदम क्लियर कर दिया है

NCERT के एक पैनल ने किताबों में इंडिया की जगह भारत लिखे जाने की सिफारिश की थी. इसी से जुड़ा सवाल संसद में किया गया तो सरकार ने सब साफ कर दिया.

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PM narendra modi image with India and bahrat name plate
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इंडिया और भारत की प्लेट के साथ तस्वीर (फोटो: इंडिया टुडे)
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आर्यन मिश्रा
6 दिसंबर 2023 (Updated: 6 दिसंबर 2023, 23:45 IST)
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इंडिया या भारत? इस पर विवाद तो था, लेकिन अब शायद नहीं रहेगा. सरकार की तरफ से एक बयान आया है. शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने राज्यसभा में इसी विवाद से जुड़े एक सवाल का जवाब दिया है. CPI(M) के नेता और राज्यसभा सदस्य संतोष कुमार पी और इलामाराम ने इसे लेकर सवाल किया था. जवाब में सरकार की मंत्री ने साफ कर दिया कि हम धरती के जिस हिस्से के नागरिक हैं, वो इंडिया है या भारत?

इंडिया या भारत, सब क्लियर है

कुछ समय पहले नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग यानी NCERT के एक पैनल ने सिफारिश की थी कि प्राथमिक से लेकर हाई-स्कूल तक पाठ्यपुस्तकों में देश का नाम इंडिया नहीं, बल्कि भारत होना चाहिए. इसके बाद बहस ही चल पड़ी. मीडिया-सोशल मीडिया पर कई लोग कहने लगे कि अब तो भारत को भारत ही कहा जाए, इंडिया नाम तो अंग्रेजी सोच वाला है.

लेकिन अब सरकार ने इस मुद्दे पर अपना पक्ष साफ कर दिया है. संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा है. 6 दिसंबर को सत्र का तीसरा दिन था. राज्यसभा में वाम सदस्य संतोष कुमार पी और इलामराम करीम ने इसी मुद्दे पर सरकार से सवाल किया था. 

सवाल कुछ इस तरह था,

"क्या सरकार को नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) के पैनल से पाठ्यपुस्तकों में इस्तेमाल किए जा रहे 'इंडिया' शब्द की जगह 'भारत' शब्द का इस्तेमाल करने की सिफारिश आई है?"

जवाब में शिक्षा राज्य मंत्री ने कहा, 

"भारत के संविधान के अनुच्छेद 1 में लिखा है कि ‘इंडिया जो कि भारत है राज्यों का एक संघ होगा’. भारत का संविधान 'इंडिया' और ‘भारत’ दोनों को देश के आधिकारिक नामों के रूप में मान्यता देता है. जिनका बराबर इस्तेमाल किया जाएगा. NCERT की भी हमारे संविधान में निहित भावना है. और दोनों के बीच कोई फर्क नहीं करती है."

मंत्री ने आगे कहा कि पूरा देश एक साथ अंग्रेजों की मानसिकता से दूर जा रहा है और भारतीय भाषा के शब्दों के इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित हो रहा है.

उन्होंने आगे बताया, 

‘NCERT शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत काम करने वाली स्वायत्त संस्था है जो स्कूली पाठ्यक्रमों और पाठ्यपुस्तकों की तैयारी में शामिल रहती है. और इसे और अच्छा बनाने के लिए काम करते रहेंगे.’

ये भी पढ़ें:- INDIA बनाम भारत - विपक्ष हमलावर तो सरकार पूछ रही, दिक्कत किसे है?

NCERT इंडिया भारत विवाद में कैसे पड़ा?

NCERT द्वारा सामाजिक विज्ञान के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की गई थी. इस समिति ने अक्टूबर में NCERT को स्कूल में बच्चों को पढ़ाई जाने वाली किताबों में ‘इंडिया’ की जगह भारत ‘शब्द’ को इस्तेमाल करने की बात कही थी. इसके बाद NCERT ने कहा था कि विचार विमर्श के बाद ही इस पर कोई फैसला लिया जाएगा.

दिल्ली में G20 समिट के दौरान आधिकारिक तौर पर भारत शब्द का इस्तेमाल किया गया था. G20 में शामिल मेहमानों को भेजे गए निमंत्रण में 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' की जगह 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखा था. समिट के ही दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेम प्लेट पर भी ‘भारत’ ही लिखा हुआ था.

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