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'INDIA' वाले कहते रह गए, शरद पवार मंच पर मोदी के साथ फोटो खिंचा आए, अजित भी साथ में दिखे

'INDIA' गठबंधन की तीसरी बैठक से पहले शरद पवार ने विपक्ष की चिंता बढ़ा दी

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Narendra modi shared stage with NCP sharad pawar in pune
PM मोदी को पुणे में तिलक स्मारक ट्रस्ट की ओर से लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया | फोटो: आजतक
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अभय शर्मा
1 अगस्त 2023 (Updated: 1 अगस्त 2023, 16:37 IST)
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, 1 अगस्त को पुणे पहुंचे. इस दौरान एक बड़ी घटना ये हुई कि विपक्ष के बड़े नेता शरद पवार ने उनके साथ मंच साझा किया. बड़ी घटना इसलिए, क्योंकि एक तो विपक्षी पार्टियां BJP के खिलाफ एकता बनाने में जुटी हैं, जिसमें पवार की अहम भूमिका है. दूसरा पवार की पार्टी एनसीपी में दो फाड़ हो चुका है, जिसका ठीकरा BJP पर फोड़ा जा रहा है. बहरहाल, मंगलवार को जब दोनों नेता मिले तो दोनों के चेहरे पर मुस्कुराहट थी, दोनों ने हाथ मिलाया और एक-दूसरे का हालचाल पूछा.

आजतक से जुड़े पंकज खेलकर की एक रिपोर्ट के मुताबिक पुणे के जिस कार्यक्रम में दोनों नेताओं की मुलाकात हुई, उसमें पीएम मोदी को तिलक स्मारक ट्रस्ट की ओर से लोकमान्य तिलक राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पीएम मोदी ने अवार्ड मिलने के तुरंत बाद ही इस राशि को नमामि गंगे योजना में देने का ऐलान किया.

तिलक स्मारक ट्रस्ट के मुख्य ट्रस्टी दीपक तिलक ने पीएम को लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया | फोटो: PTI
चाचा-भतीजे साथ-साथ!

इस कार्यक्रम में पीएम मोदी और शरद पवार के अलावा महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस, सीएम एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडणवीस, डिप्टी सीएम अजित पवार और पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे मौजूद थे. देखा जाए तो एनसीपी में फूट के बाद से चाचा-भतीजे (अजित और शरद पवार) किसी सार्वजनिक मंच पर पहली बार साथ-साथ दिखे. हालांकि, कार्यक्रम के दौरान अजित पवार ने शरद पवार से नजरें नहीं मिलाईं. अजित उनके पीछे-पीछे चलते नजर आए.

फोटो: PTI
पवार को नहीं सहयोगियों की नाराजगी की चिंता!

‘द हिंदू’ ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि 28 जुलाई को संसद में ‘इंडिया’ गठबंधन के नेताओं की बैठक में एक क्षेत्रीय पार्टी के नेता ने मोदी और पवार की इस मुलाकात का मुद्दा उठाया था. विपक्षी गठबंधन के नेताओं ने इस मुलाकात को लेकर निराशा जाहिर की थी. उनका कहना था कि अगर मोदी-पवार की ये मुलाकात हुई तो विपक्षी गठबंधन को लेकर गलत संदेश जाएगा. खासकर ऐसे समय में जब विपक्ष मणिपुर हिंसा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में बयान देने की मांग को लेकर हमलावर है.

रिपोर्ट के मुताबिक, कुछ नेताओं का कहना था कि कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे पवार को समझाएं कि वो इस समारोह में न जाएं. विपक्षी गठबंधन के नेताओं की इस बैठक में NCP की राज्यसभा सांसद वंदना चह्वाण मौजूद थीं. लेकिन उन्होंने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की.

'INDIA' गठबंधन से इस तरह की खबरें सामने आने के बाद ऐसी अटकलें लग रही थीं कि शरद पवार इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. लेकिन, शरद पवार मोदी के साथ मंच साझा करने से पीछे नहीं हटे और कार्यक्रम में आने के लिए हामी भर दी.

बता दें कि शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने बीती 2 जुलाई को उनसे बगावत कर दी थी. इसके बाद वे शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और बीजेपी की सरकार में शामिल हो गए थे. उन्होंने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली थी. इसके अलावा एनसीपी के आठ और विधायकों ने मंत्रिपद की शपथ ली थी.

वीडियो: शरद पवार ने 'विपक्षी एकता' की क्या दिक्कतें गिना दीं?

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