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'मिट्टी डालने से नहीं रोक सकते...', 'मैं जिलाधिकारी हूं...', मुख्तार के सांसद भाई और DM के बीच बहस हो गई

गाजीपुर में Mukhtar Ansari के सुपुर्द-ए-खाक की प्रक्रिया के दौरान उनके भाई Afzal Ansari और Ghazipur DM आर्यका अखौरी के बीच कहासुनी हो गई. जिसका वीडियो सामने आया है.

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Ghazipur DM and Afzal Ansari fight
सुपुर्द-ए-खाक की प्रक्रिया में अनुमति से ज्यादा लोगों के शामिल होने को लेकर बहस. (फोटो- आज तक)
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प्रगति चौरसिया
30 मार्च 2024 (Updated: 30 मार्च 2024, 19:09 IST)
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पूर्व विधायक और गैंगस्टर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) को गाजीपुर में उसके पैतृक गांव में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया है. इस बीच मुख्तार के बड़े भाई और गाजीपुर के सांसद अफजाल अंसारी (Afzal Ansari) की जिला प्रशासन से नोकझोंक हो गई है. बहस की वीडियो भी सामने आया है जिसमें अफजाल अंसारी और डीएम आर्यका अखौरी के बीच कहासुनी हो रही है. 

'मैं DM हूं, इसके लिए इजाजत नहीं'

दरअसल, ये बहस सुपुर्द-ए-खाक की प्रक्रिया में अनुमति से ज्यादा लोगों के शामिल होने को लेकर हुई है. आज तक से जुड़े उदय गुप्ता/आशीष श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक डीएम आर्यका अखौरी (DM Aryaka Akhoury) ने अफजाल अंसारी से केवल परिवार के सदस्यों को ही कब्रिस्तान के अंदर ले जाने को कहा. इस पर अफजाल ने कहा कि "अगर दूसरे लोग भी मुख्तार अंसारी के सुपुर्द-ए-खाक में शामिल होना चाहते हैं तो उन्हें कोई नहीं रोक सकता." 

अफजाल- एक एक लोग को निकाल दिया गया. चार पांच मजदूर और कुछ हमलोग हैं. 
डीएम- ऐसे थोड़े ही होता है. हम गिनते रहेंगे, बैठ कर.
अफजाल- आप मत गिनिए. हम गिन दे रहें हैं.
डीएम- जो घुस गया वो घुस गया. आप लोग कर के (सुपुर्द-ए-खाक) निकलिए. इससे अधिक संख्या हम नहीं जाने देंगे.
अफजाल- ये आप की कृपा से नहीं है कि आप कहेंगी कि कितने लोग मिट्टी देंगे.
डीएम- मैं जिलाधिकारी हूं. आपने परमिशन नहीं ली है. हम कार्रवाई करेंगे.
अफजाल-मिट्टी देने के लिए, धार्मिक प्रयोजन के लिए किसी परमिशन की जरूरत नहीं है.
डीएम- पूरा कस्बा थोड़ी न मिट्टी देगा. सिर्फ परिवार के लोग दें.
अफजाल- जहां का भी कोई शख्स मिट्टी देना चाहेगा, वह यहां आकर मिट्टी देगा. दुनिया में कोई इसकी परमिशन नहीं लेता है.

डीएम आर्यका अखौरी ने कहा कि आचार संहिता और धारा 144 लागू है. ऐसे में ज्यादा भीड़ जमा नहीं कर सकते. कब्रिस्तान छोटा है वहां 50 से ज्यादा लोग एक साथ नहीं जा सकते.”

गाजीपुर डीएम के इस कथन पर अफजाल अंसारी ने कहा कि धारा 144 के बाद भी आप किसी को मिट्टी या जनाजे में शामिल होने से नहीं रोक सकतीं हैं. अफजाल अंसारी ने साफ कहा कि ये रीति रिवाज है. ये करने से लोगों को नहीं रोका जा सकता. डीएम ने जवाब दिया, ठीक है, सभी की वीडियोग्राफी हो रही है. हम आप सभी के खिलाफ विधिक कार्रवाई करेंगे. यहां माहौल बिगाड़ने  की कोशिश हुई है.  

ये भी पढ़ें- मुख्तार अंसारी के जनाजे से पहले मीडिया पर क्यों भड़की जनता?

50 से कम लोग हुए शामिल

इस दौरान मौके पर उनके भतीजे शोएब अंसारी भी मौजूद थे. जो गाजीपुर के मोहम्मदाबाद सीट से विधायक हैं. इसके अलावा एसएसपी ओमवीर सिंह भी थे. उन्होंने कहा कि “मुख्तार के परिजन मिट्टी डाल रहे थे, बीच में गलियों से लोग आ गए थे, उनकी पहचान की जा रही है.” बता दें कि  पुलिस ने भीड़ को कब्रिस्तान में जाने से रोका था. जिसके बाद अधिकारियों और सांसद अफजाल अंसारी के बीच बहस हो गई. हालांकि सुपुर्प-ए-खाक के समय मुख्तार के परिजन और रिश्तेदारों को मिलाकर कुल 50 से कम लोग ही कब्रिस्तान में मौजूद थे. 

वीडियो: मुख्तार अंसारी के जनाजे में बेकाबू हुई भीड़, जमकर लगे नारे

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