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Manipur: UAPA आरोपियों को छुड़ाने निकली ये किस भीड़ ने काटा बवाल, सब बंद करवा दिया?

मणिपुर में 18 सितंबर को मैतेई महिलाओं के समूह मीरा पैबी के साथ कई सिविल सोसाइटी ऑर्गानाइज़ेशंस ने आम हड़ताल की. ये UAPA के तहत गिरफ्तार किए गए 5 लोगों को रिहा करने के लिए की गई. महिलाओं ने पुलिस और सुरक्षा बलों की गाड़ियां तक रोकीं.

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Civil Society Groups called a general strike in Manipur, demands release of 5 UAPA accused.
मणिपुर हड़ताल में पुलिस ने रास्ता रोकने वाली भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया. (फोटो क्रेडिट - पीटीआई/फाइल फोटो)
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प्रज्ञा
20 सितंबर 2023 (Updated: 20 सितंबर 2023, 08:45 IST)
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मणिपुर में आम हड़ताल (Manipur Strike) के चलते लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. मैतेई महिलाओं के समूह मीरा पैबी के साथ कई सिविल सोसाइटी संगठनों ने 18 सितंबर को इस हड़ताल को बुलाया था. इनकी मांग थी कि पिछले हफ्ते गिरफ्तार किए गए 5 लोगों को रिहा किया जाए.

द हिन्दू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, गिरफ्तार लोगों पर नए और अत्याधुनिक हथियार ले जाने का आरोप है. इसके साथ ही इन पर सैनिकों की तरह वर्दी पहनने का भी इल्ज़ाम है.

बंद के दौरान गाड़ियां नहीं चलीं. एक जिले से दूसरे जिले जाने वाली राज्य की बसें, ट्रक सब खड़े रहे. दुकानें, बैंक और व्यापारिक केंद्रों को भी बंद कराया गया. वहीं सभी स्कूल-कॉलेज और सरकारी दफ्तर भी बंद रहे. इसके चलते 19 और 20 सितंबर को होने वाली परीक्षाएं भी रद्द कर दी गईं.

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पुलिस इन सभी इलाकों में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए गश्त कर रही है. लेकिन महिला कार्यकर्ताओं ने गाड़ियों को आने-जाने से रोका. 18 सितबंर को इन महिलाओं ने सेना और सीमा सुरक्षा बलों की कई गाड़ियों को रोका.

भीड़ हटाने के लिए छोड़ी आंसू गैस

मणिपुर पुलिस ने बताया कि उन्होंने कई जगहों पर भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया. ये लोग रास्तों को ब्लॉक कर रहे  थे. पुलिस ने कहा कि इंफाल पश्चिम, इंफाल पूर्व, बिष्णुपुर, थौबल, काकचिंग और जिरीबाम जिलों के कई इलाकों में भीड़ जमा हुई. हमें सूचना मिली कि वे रास्ते और कई संस्थानों को बंद करने की कोशिश कर रहे हैं.

इसके बाद, जिला पुलिस ने सुरक्षाबलों के साथ मिलकर भीड़ को हटाने और रास्तों को खोलने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. इससे पहले मणिपुर पुलिस ने 17 सितंबर को भी एक बयान जारी किया था. इसमें बताया गया था कि उन्हें हथियारबंद बदमाशों के जबरन वसूली करने, पुलिस की वर्दी का गलत इस्तेमाल करने और अपने आप को पुलिस अधिकारी बताने की खबरें मिली हैं.

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FIR के अनुसार, पांचों आरोपियों को इंफाल के मैतेई मायेक स्कूल के पास कोंगबा से 16 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था. इनके पास से एक इंसास राइफल, एक SLR, दो .303 राइफल, एक बुलेरो कार और कई राउंड मैग्ज़ीन के बरामद किए गए हैं. हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इन आरोपियों को UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया.

मणिपुर में जारी है हिंसा

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम एम. आनंद सिंह, अथोकपम कजीत, एल. माइकल मंगांगचा, के. रोपोजीत मैतेई और कीशम जॉनसन हैं.

सिविल सोसाइटी संगठनों ने इन आरोपियों को रिहा करने के लिए 18 सितंबर तक का समय दिया था. ऐसा नहीं करने पर उन्होंने अपना प्रदर्शन और तेज़ करने की धमकी दी थी. मणिपुर में 3 मई से कुकी और मैतेई समुदाय के लोगों के बीच जारी हिंसा में करीब 175 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.

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