मणिपुर में गिरफ्तारियों के बाद भयंकर बवाल, CBI और NIA को किसने क्या अल्टीमेटम दे दिया?
मणिपुर में 2 मैतेई छात्रों की हत्या में 2 नाबालिगों सहित 7 लोग गिरफ्तार हुए हैं. अब कुकी-ज़ोमी समुदाय ने इसे NIA और CBI की जल्दबाज़ी बताकर रिहा करने के लिए 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. नहीं तो चुराचांदपुर जिले में अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की है.
मणिपुर (Manipur) के चुराचांदपुर जिले में 2 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा की गई है. ये कुकी-ज़ोमी समुदाय के 7 लोगों की गिरफ्तारी के विरोध में किया जा रहा है. इनमें 2 नाबालिग भी शामिल हैं. इंडिजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम (ITLF) ने एक अक्टूबर को ये बंद बुलाया था.
फोरम ने केंद्रीय जांच एजेंसियों पर पक्षपाती तरीके से कार्रवाई करने का आरोप लगाया. साथ ही ये भी कहा कि कुकी-ज़ोमी समुदाय के लोगों को गिरफ्तार नहीं किया गया, उनका अपहरण हुआ है. ITLF ने एक प्रेस रिलीज़ जारी कर बताया,
ITLF का अल्टीमेटम"आज लम्का के अलग-अलग सिविल सोसाइटी ऑर्गनाइज़ेशंस ने एक संयुक्त बैठक की. इसमें लम्का जिले में हुए अपरहरण के विरोध में 2 अक्टूबर सुबह 10 बजे से अनिश्चितकालीन बंद की घोषणा करने का फैसला लिया गया."
ITLF ने आगे कहा,
"राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने लम्का इलाके में 7 कुकी-ज़ोमी समुदाय के लोगों का अपहरण किया है. इनमें 2 नाबालिग भी शामिल हैं. दोनों जांच एजेंसियों से अनुरोध है कि वे 7 लोगों को 48 घंटे के अंदर रिहा कर दें. नहीं तो मणिपुर के सभी पहाड़ी इलाकों में और तेज़ आंदोलन होगा."
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इसी प्रेस रिलीज़ में ITLF ने बताया कि मैतेई इलाकों से लगीं सभी सीमाएं 2 अक्टूबर से बंद कर दी जाएंगी. उन्होंने लिखा,
मैतेई छात्रों की हत्या का मामला"किसी को भी बफर ज़ोन में जाने या उसे छोड़कर जाने की अनुमति नहीं होगी. 2 अक्टूबर से सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे. हालांकि, ज़रूरी सुविधाओं जैसे पानी, प्रेस, चिकित्सा, बिजली को इससे छूट रहेगी."
इससे पहले, 20 साल के फिजाम हेमजीत और 17 साल की हिजाम लिनथोइनगांबी की हत्या की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं. ये दोनों मैतेई समुदाय से ताल्लुक रखते थे. दोनों छात्रों की हत्या के पहले और बाद की तस्वीरें राज्य में इंटरनेट सेवाएं पूरी तरह से बहाल होने के बाद 25 सितंबर को सामने आईं. इस घटना के बाद इंटरनेट सेवाएं एक बार फिर बंद कर दी गईं.
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फिजाम और हिजाम 6 जुलाई से लापता थे. उनकी हत्या की तस्वीरें सामने आने के बाद बहुत बड़ा विरोध प्रदर्शन किया गया. सैकड़ों लोगों ने इंफाल की सड़कों पर आकर उनके लिए न्याय की मांग की. इसके बाद इस मामले की कार्रवाई CBI को दे दी गई.
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने 1 अक्टूबर को इस मामले के मुख्य दोषियों को गिरफ्तार किए जाने की घोषणा की. वहीं, मुख्यमंत्री सचिवालय की तरफ से बताया गया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में 2 नाबालिग लड़कियां भी थीं.
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