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अनंतनाग में शहीद हुए मेजर आशीष ढोंचक की कहानी, इसी 15 अगस्त को मिला था मेडल

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ में सेना के दो और पुलिस का एक अधिकारी शहीद हो गया.

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Major Ashish Dhonchak was awarded on 15th August earlier this year
15 अगस्त को जीता था बहादुरी का मेडल, अब मुठभेड़ में मारे गए मेजर आशीष (साभार - सोशल मीडिया)
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पुनीत त्रिपाठी
13 सितंबर 2023 (Updated: 20 सितंबर 2023, 19:15 IST)
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कश्मीर के अनंतनाग (Anantnag) जिले में बुधवार, 13 सितंबर को एक सर्च ऑपरेशन के दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबल पर हमला कर दिया. इस हमले में भारतीय सेना के दो अधिकारी और एक DSP शहीद हो गए हैं. इनके नाम हैं जम्मू-कश्मीर पुलिस के DSP हुमायूं भट्ट (Humayun Bhatt), मेजर आशीष ढोंचक (Major Ashish Dhonchak) और 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह (General Manpreet Singh). मेजर आशीष ढोंचक को इसी साल 15 अगस्त को उनकी बहादुरी के लिए अवार्ड दिया गया था.

कौन हैं आशीष ढोंचक?

मेजर आशीष सिख लाइट इन्फेंट्री से थे और फिलहाल 19 राष्ट्रीय राइफल्स में कंपनी कमांडर की पोस्ट पर तैनात थे. 15 अगस्त, 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें ये मेडल दिया था. अमर उजाला की रिपोर्ट के मुताबिक मेजर आशीष हरियाणा के पानीपत के निवासी थे. वो पानीपत जिले के बिंझौल गांव के रहने वाले थे. आशीष के पिता एनएफएल (नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड) से रिटायर्ड हैं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक आशीष की शादी हो चुकी थी. आजतक से जुड़े कमल के मुताबिक आशीष की दो साल पहले जम्मू-कश्मीर में पोस्टिंग हुई थी. उनकी एक बेटी है. 

अनंतनाग में क्या हुआ?

रिपोर्ट के अनुसार अनंतनाग के गडूल इलाके में 12 सितंबर की शाम सेना का ऑपरेशन शुरू किया गया था. लेकिन रात में ऑपरेशन बंद कर दिया गया था. 13 सितंबर की सुबह आतंकियों के बारे में इनपुट मिलने पर ऑपरेशन फिर से शुरू किया गया. कर्नल मनप्रीत सिंह ऑपरेशन को लीड कर रहे थे. तभी आतंकियों ने उन पर फायर कर दिया जिससे वो गंभीर रूप में घायल हो गए थे.

ये भी पढ़ें - कश्मीर में आतंकियों के हमले में कर्नल, मेजर और DSP शहीद, जाने ये हुआ कैसे?

जानकारी के मुताबिक सुरक्षाबलों को 13 सितंबर की सुबह इलाके में दो से तीन आतंकियों के होने की सूचना मिली थी. जिसके बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीमों ने दोबारा ऑपरेशन शुरू किया था. इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि सेना से भागते हुए 2-3 आतंकी ऊंचाई वाली जगह पर पहुंच गए थे. इसी का फायदा उठाकर उन्होंने सैनिकों पर गोलीबारी कर दी जिसमें इन 3 बड़े अधिकारियों की मौत हो गई.

ये भी पढ़ें - 'राजौरी में हमला करने वालों को छोड़ेंगे नहीं'- टारगेट किलिंग पर बोले अमित शाह 

वीडियो: जम्मू-कश्मीर: भारी संख्या में हथियारों का ज़खीरा मिलने के बाद अनंतनाग पुलिस ने क्या बताया?

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