ड्यूटी का टाइम खत्म... रास्ते में ट्रेन छोड़ चले गए ड्राइवर, रेल इतिहास में ऐसा पहले न सुना होगा!
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले के बुढ़वल रेलवे स्टेशन से गुजर रही दो एक्सप्रेस ट्रेनें अचानक रुक गईं. लोको पायलट और गार्ड उतरकर आराम करने निकल गए. यात्री घंटो परेशान हुए, फिर क्या हुआ?
इन दिनों वर्क-लाइफ बैलेंस का कल्चर चला है. मेंटल और फिजिकल पीस के लिए फायदेमंद माना जाता है. लेकिन UP के बाराबंकी (Barabanki) में कुछ रेलवे कर्मचारियों ने इसे ज्यादा ही सीरियसली ले लिया. ये पेशे से लोको पायलट और गार्ड हैं. 29 नवंबर को इन्होंने काम के घंटे पूरे होते ही ड्यूटी खत्म कर दी और इस वजह से हजारों यात्री परेशान हुए.
मामला लखनऊ-गोरखपुर रेलवे सेक्शन का है. बुढ़वल रेलवे स्टेशन से गुजर रही दो एक्सप्रेस ट्रेनें अचानक रुक गईं. लोको पायलट और गार्ड उतरकर बोले- ड्यूटी के 12 घंटे पूरे हो चुके हैं. ये कहकर वो आराम करने चले गए.
पहली ट्रेन बरौनी से लखनऊ की ओर जा रही थी. शाम चार बजे रुक गई. करीब दो घंटे बाद दूसरे चालक और गार्ड को लखनऊ से बुलाकर ट्रेन को रवाना किया गया. दूसरी ट्रेन थी सहरसा एक्सप्रेस. सहरसा से दिल्ली की ओर जा रही थी. इसके यात्री करीब चार घंटों तक रेलवे ट्रैक के पास इंतजार करते रहे. उन्होंने जमकर हंगामा किया तो मौके पर RPF, GRP और स्टेशन अधीक्षक समेत रेलवे स्टाफ के लोग पहुंचे. फिर दूसरे चालक को बुलाकर इस ट्रेन को भी रवाना किया गया.
यात्रियों का आरोप है कि घटना के वक्त स्टेशन अधीक्षक ने उनका फोन उठाना ही बंद कर दिया था. जब उन्होंने हंगामा किया तब जाकर कुछ एक्शन लिया गया.
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पिछले साल ऐसा ही एक और मामला सामने आया था. तब आरोप लगा था कि बिहार के हसनपुर स्टेशन पर ट्रेन रोककर सहायक चालक शराब पीने चला गया. ट्रेन एक घंटे से ज्यादा समय तक वहीं रुकी रही. यात्रियों ने हंगामा किया तो GRP पुलिस ने आरोपी लोको पायलट को अरेस्ट किया. उसके पास से आधी खाली बोतल शराब की भी बरामद हुई. दूसरे सहायक चालक को बुलाकर ट्रेन रवाना करवाई गई.