लेबनान में जनता अपनी सरकार से नाराज़ चल रही है. पिछले कई दिनों से हिंसक प्रदर्शनचल रहे हैं. लेबनान की जनता सरकार पर भ्रष्टाचार और अयोग्य होने का आरोप लगा रहीहै. बेरूत धमाके इसकी तात्कालिक वजह हैं, धमाके में देश का मुख्य बंदरगाह नष्ट होगया और अरबों डॉलर का नुकसान हुआ है. 200 से ज़्यादा लोगों की मौत हुई और तक़रीबन7000 से ज़्यादा लोग घायल हुए.अब लेबनान के प्रधानमंत्री हसन दियाब ने अपनी पूरी कैबिनेट के साथ इस्तीफ़ा दे दियाहै. हसन दियाब ने सोमवार शाम राष्ट्रीय टेलीविज़न पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश मेंख़ुद इसकी घोषणा की. हालांकि लेबनान के राष्ट्रपति माइकल आउन को इस्तीफ़ा सौंपने कीख़बर पहले ही आ गई थी.प्रधानमंत्री के इस्तीफ़ा देने से पहले उनके कई मंत्रियों ने भी अपना इस्तीफ़ा दियाथा.Lebanon's PM @Hassan_B_Diab will announce the resignation of the governmentimminently, over the deadly Aug 4 Beirut port blast, minister tells @AFPpic.twitter.com/95scLemG0Y— AFP Beirut (@AFP_Beirut) August 10, 2020# अब क्या होगा?राष्ट्रपति ने सरकार से कहा है कि जब तक नई कैबिनेट का गठन नहीं हो जाता है तब तकवो काम करती रहे. प्रधानमंत्री हसन दियाब को इसी साल जनवरी में कई महीनों के गतिरोधके बाद प्रधानमंत्री बनाया गया था.इस्तीफ़ा देते हुए उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने देश को बचाने के लिए बहुत आगेबढ़कर एक रोडमैप तैयार किया था, लेकिन भ्रष्टाचार के कारण ऐसा नहीं हो सका.# विस्फोट में मरने वालों की संख्या 200 के पारबेरूत के बंदरगाह पर विस्फोटों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 200 से पार हो गई हैऔर लगभग 7 हजार लोग घायल हैं. इसके अलावा देश का मुख्य बंदरगाह नष्ट हो गया औरराजधानी के बड़े हिस्से को नुकसान हुआ था. माना जाता है कि भंडार में रखे गए 2750टन अमोनियम नाइट्रेट में आग लगने से विस्फोट हुआ. बंदरगाह के पास भंडार घर में इसे2013 से ही रखा गया था.विस्फोट से 10 अरब डॉलर से लेकर 15 अरब डॉलर के नुकसान की आशंका व्यक्त की गई है.धमाके के बाद करीब तीन लाख लोग बेघर हो गए. सरकारी अधिकारियों के अनुसार धमाके केसिलसिले में लगभग 20 लोगों को हिरासत में लिया गया है जिनमें लेबनान के सीमा-शुल्कविभाग के प्रमुख भी शामिल हैं. दो पूर्व कैबिनेट मंत्रियों समेत कई लोगों से पूछताछकी गई है.--------------------------------------------------------------------------------ये वीडियो भी देखें:मुंबई की लोकल ट्रेन में 14 साल पहले बटुआ चोरी हुआ था, जो अब जाकर मिला