कोलकाता मेडिकल कॉलेज में तोड़फोड़ के बाद डॉक्टर्स फिर से हड़ताल पर, पुलिस ने क्या बताया?
बीजेपी ने भी 16 अगस्त को पश्चिम बंगाल के हर जिले में प्रदर्शन और सड़क जाम करने का आह्वान किया है. बीजेपी नेता सुवेन्दु अधिकारी ने दावा किया है कि दंगाइयों को अस्पताल के पास गैर-राजनीतिक विरोध रैली को बाधित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भेजा था.
कोलकाता में महिला डॉक्टर के रेप और मर्डर केस (Kolkata doctor rape and murder) को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. 14 और 15 अगस्त की दरमियानी रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक भीड़ ने कथित तौर पर तोड़फोड़ की. आरोप लगे कि भीड़ ने प्रदर्शनकारियों पर हमला भी किया. घटना के बाद अब फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने अपनी हड़ताल फिर से शुरू करने का फैसला लिया है. इधर, बीजेपी ने भी 16 अगस्त को पश्चिम बंगाल के हर जिले में प्रदर्शन और सड़क जाम करने का आह्वान किया है.
15 अगस्त को FORDA ने हड़ताल फिर से शुरू करने के अपने निर्णय को लेकर एक प्रेस रिलीज जारी किया. इसमें बताया गया है,
राज्यपाल ने राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया“एसोसिएशन ने स्वास्थ्य मंत्रालय के आश्वासन पर हड़ताल खत्म करने का निर्णय लिया था. लेकिन पिछली रात हुई हिंसा ने हम सबको हैरान कर दिया है. ये हमारे प्रोफेशन का डार्क चैप्टर है. एक एसोसिएशन के तौर पर हम रेजिडेंट डॉक्टर्स के साथ खड़े हैं. उन्हें न्याय दिलाने के लिए हमने हड़ताल फिर से शुरू करने का निर्णय लिया है.”
14 और 15 अगस्त की दरमियानी रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी डिपार्टमेंट में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की. इसके बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मेडिकल कॉलेज का दौरा किया. मीडिया से बात करते हुए राज्यपाल ने बताया,
क्राइम सीन से छेड़छाड़ नहीं!“मैंने जो देखा, जो सुना, जो मुझे बताया गया और जो रिपोर्ट किया गया. यहां जो घटना घटी, वो चौंकाने वाली और निंदनीय है. ये बंगाल, भारत और मानवता के लिए शर्म की बात है. ये हमारे आसपास की सबसे बड़ी गिरावट है. कानून के रखवाले खुद ही साजिशकर्ता बन गए हैं. पुलिस का एक धड़ा राजनीतिक हो गया है और अपराधी बन गया है. इसके लिए सरकार जिम्मेदार है. पहली जिम्मेदारी सरकार की है. हम सुरक्षा चाहते हैं ताकि जब आप रात में काम पर जाएं तो सुरक्षित रहें. ये खून खराबे के अलावा और कुछ नहीं है."
आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई घटना में उत्पात मचाने वाली भीड़ में शामिल लोगों की पुलिस ने तस्वीरें जारी की हैं. एनडीटीवी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने फेसबुक पर तोड़फोड़ की तस्वीरें साझा करते हुए लोगों से जानकारी मांगी है. भीड़ की तोड़फोड़ के बाद दावा किया जा रहा था कि क्राइम सीन से छेड़छाड़ हुई है. कोलकाता पुलिस ने इसे “अफवाह” बताते हुए कहा कि क्राइम सीन से किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं हुई है.
उत्पातियों को ममता ने भेजा!आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पिछली रात हुई तोड़फोड़ के बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेन्दु अधिकारी ने राज्य सरकार पर आरोप लगाए. सुवेन्दु ने दावा किया कि दंगाइयों को अस्पताल के पास गैर-राजनीतिक विरोध रैली को बाधित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भेजा था. उन्होंने कहा,
“ममता बनर्जी ने अपने टीएमसी गुंडों को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पास गैर-राजनीतिक विरोध रैली में भेजा है. वो सोचती हैं कि वो पूरी दुनिया में सबसे चतुर हैं और लोग उनकी चालाक योजना को समझ नहीं पाएंगे.”
उधर, तृणमूल कांग्रेस के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि अस्पताल में तोड़फोड़ सभी सीमाओं को पार कर गई है. बनर्जी ने बताया कि उन्होंने कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल से बात की है. उन्होंने ये सुनिश्चित करने का आग्रह किया है कि हिंसा के लिए जिम्मेदार सभी व्यक्ति की पहचान की जाए और अगले 24 घंटों के भीतर उन्हें जवाबदेह ठहराया जाए, चाहे उनकी राजनीतिक संबद्धता कुछ भी हो.
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