कोलकाता रेप-मर्डर: RG Kar Medical College के पूर्व प्रिंसिपल से पूछताछ, CBI के रडार पर कौन?
Kolkata Doctor Rape Murder Case : CBI ने RG Kar Medical College के पूर्व प्रिंसिपल Sandip Ghosh से डेढ़ घंटे से भी ज़्यादा समय तक पूछताछ की.
कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के रेप और मर्डर केस में CBI ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ की है (RG Kar Medical College Ex-principal questioned by CBI). संदीप कोलकाता के CGO कॉम्प्लेक्स (CBI ऑफ़िस) में 16 अगस्त को पेश हुए. यहां उनसे डेढ़ घंटे से ज़्यादा समय तक पूछताछ हुई. इससे पहले एजेंसी ने कोलकाता पुलिस की SIT के दो मेंबर्स से पूछताछ की थी, जिन्होंने मामले की शुरुआती जांच की थी. साथ ही अस्पताल के चार डॉक्टरों से भी पूछताछ की गई है.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक़, सूत्रों ने बताया कि संदीप घोष ने अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की थी, इसीलिए CBI अधिकारी उन्हें एजेंसी की गाड़ी में ही अपने ऑफ़िस ले गए थे. दरअसल, कोलकाता पुलिस द्वारा मामले को संभालने के तरीक़े पर सवाल उठाए गए थे. इसके बाद CBI ने जांच अपने हाथ में ली है. सीबीआई की 12 सदस्यों वाली एक स्पेशल टीम मामले की जांच कर रही है.
टेलीग्राफ की एक ख़बर के मुताबिक़, संदीप घोष को CBI ने कई बार पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वो उनसे बचते रहे. रिपोर्ट में बताया गया है कि कई छात्रों और यहां तक कि तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सांसद शांतनु सेन ने आरोप लगाया था कि संदीप अपने गुट के माध्यम से कॉलेज चलाते थे. ये भी आरोप लगाया गया कि क्वेश्चन लीक करने और अस्पताल के कचरे के निपटारे के लिए रिश्वत ली जाती थी.
संदीप घोष से पूछताछ ऐसे दिन हुई है, जब कलकत्ता हाई कोर्ट ने पुलिस और अस्पताल प्रशासन को फटकार लगाई थी. 14 अगस्त की रात RG Kar Medical College में भीड़ घुस गई थी. इस दौरान अस्पताल में तोड़फोड़ की गई थी. तोड़फोड़ के दौरान सबूत मिटाने की कोशिश का हवाला देते हुए हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. इसी को लेकर कोर्ट सुनवाई कर रहा था. चीफ़ जस्टिस टीएस शिवगणनम की अध्यक्षता वाली 2 जजों की बेंच मामले की सुनवाई कर रही है.
पीठ ने कहा कि ये विश्वास करना मुश्किल है कि पुलिस खुफिया विभाग को 7,000 लोगों के इक्ट्ठा होने की जानकारी नहीं थी. ये भी चेतावनी दी कि कोर्ट अस्पताल को बंद करने का आदेश दे सकता है. 21 अगस्त को मामले की फिर से सुनवाई होगी. पीठ ने पुलिस और अस्पताल प्रशासन को निर्देश दिया कि वो अस्पताल की ‘वास्तविक स्थिति’ पर अलग-अलग हलफनामे दाखिल करें.
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इससे पहले संदीप घोष ने 12 अगस्त को 'नैतिक आधार पर' इस्तीफ़ा दे दिया था. इसके बाद, पश्चिम बंगाल सरकार ने उन्हें कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (CNMCH) का प्रिंसिपल अपॉइंट कर दिया था. इस पर छात्रों के बीच ग़ुस्सा भड़क गया था. छात्रों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और उन्हें परिसर में घुसने नहीं दिया था.
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