कानपुर कुशाग्र मर्डर: शव के टुकड़े कर गंगा में बहाने वाले थे आरोपी, और क्या खुलासा हुआ?
पुलिस के मुताबिक, आरोपी एक वीडियो के जरिए मर्डर के बाद कुशाग्र को जिंदा दिखाकर उसके घरवालों से 30 लाख रुपये वसूलने वाले थे.
कानपुर में 10वीं क्लास के छात्र कुशाग्र की हत्या मामले में नई जानकारी सामने आई है (Kanpur Kushagra Murder). आरोपी ट्यूशन टीचर रचिता, उसके बॉयफ्रेंड प्रभात और दोस्त शिवा ने पुलिस पूछताछ के दौरान कथित तौर पर मर्डर की पूरी प्लानिंग के बारे में बताया है. खबर है कि आरोपियों ने मर्डर के बाद कुशाग्र के शव के टुकड़े कर गंगा में बहाने का प्लान बनाया था. उनकी बताई जगह पर से चापड़ और पॉलीथीन बैग बरामद किए गए हैं.
इंडिया टुडे से जुड़े रंजय सिंह ने मामले पर रिपोर्ट तैयार की है. पुलिस के मुताबिक, 5 नवंबर को आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने पहले ही लाश के टुकड़े करने के लिए एक चापड़ और उन्हें रखने के लिए पॉलिथीन बैग खरीद लिए थे. ये सामान पुलिस ने बरामद कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी प्रभात के फोन से एक वीडियो मिला है. आरोपियों ने कथित तौर पर हत्या के बाद कुशाग्र के शव को रस्सी से बांधकर ये वीडियो बनाया था जिससे लगे कि उसे बांधकर जिंदा रखा गया है. वो वीडियो परिजनों को भेजकर 30 लाख रुपये वसूलने की प्लानिंग थी.
बता दें तीनों आरोपियों को कोर्ट ने तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है. 5, 6 और 7 नवंबर. पूछताछ के बाद 8 नवंबर की सुबह मेडिकल कराने के बाद आरोपियों को जेल में भेजा जाएगा.
आरोप है कि कुशाग्र 30 अक्टूबर को रचिता से मिलने उसके घर गया था जहां रचिता और उसके बॉयफ्रेंड प्रभात ने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी. दोनों ने कथित तौर पर पुलिस का ध्यान भटकाने और घटना को धार्मिक एंगल देने के लिए फिरौती की चिट्ठी लिखी और कुशाग्र के घरवालों से 30 लाख रूपये मांगे. चिट्ठी में ‘अल्लाहु अकबर’ लिखकर फिरौती मांगी गई थी.
पुलिस ने कुशाग्र और रचिता की कॉल डिटेल्स निकालीं तो पता चला है कि दोनों के बीच 16 दिनों में 51 बार 40-40 मिनट तक बातचीत हुई थी. हालांकि, दोनों के फोन में ऐसी कोई चैट या फोटो नहीं मिली है, जिससे ये पता चले कि दोनों के बीच कोई प्रेम संबंध था. रचिता ने एक साल पहले कुशाग्र को पढ़ाना छोड़ दिया था.