अल्लाहु अकबर लिख मांगी फिरौती, स्टूडेंट की हत्या के आरोप में टीचर और बॉयफ्रेंड गिरफ्तार
कानपुर के बड़े कपड़ा व्यापारी के लड़के की हत्या. हत्या की वजह अभी साफ नहीं, पुलिस को मिला एक लेटर.
कानपुर से एक 17 वर्षीय लड़के की हत्या की खबर सामने आई है. कुशाग्र कनोडिया (Kusagra Kanodia Murder) नाम का छात्र बीते 30 अक्टूबर को अपनी ट्यूशन टीचर के यहां गया था. आरोप है कि यहां महिला टीचर और उसके बॉयफ्रेंड ने गला दबाकर कुशाग्र की हत्या कर दी. कुशाग्र के पिता मनीष कनोडिया कानपुर के एक बड़े कपड़ा व्यापारी हैं.
‘धार्मिक एंगल देने की कोशिश’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुशाग्र की टीचर रचिता और उसके बॉयफ्रेंड प्रभात शुक्ला ने इस पूरी घटना को अंजाम दिया. पुलिस का ध्यान भटकाने और मर्डर को धार्मिक एंगल देने के लिए दोनों ने 30 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी. प्रभात शुक्ला ने अपने दोस्त की मदद से स्कूटी की नंबर प्लेट बदली और मृतक कुशाग्र के घर में एक चिट्ठी फेंकी. इस चिट्ठी में 'अल्लाहु अकबर' लिखकर 30 लाख रूपये फिरौती की मांग की गई. साथ ही यह भी लिखा कि 'अल्लाह पर भरोसा रखो'.
CCTV की मदद से पकड़े गए
मृतक के परिवार के अनुसार, कुशाग्र 30 अक्टूबर को सुबह 5 बजे के आसपास ट्यूशन टीचर के घर के लिए निकला था. इसी दैरान टीचर के बॉयफ्रेंड प्रभात ने उसका पीछा किया. CCTV में दिखा कि कुशाग्र और प्रभात एक साथ रचिता के घर में प्रवेश करते हैं. लेकिन बाहर सिर्फ प्रभात निकला. पुलिस को शक है कि इसी दौरान कुशाग्र की हत्या की गई. फिलहाल ट्यूशन टीचर रचिता और उसका बॉयफ्रेंड प्रभात शुक्ला, दोनों पुलिस की हिरासत में है. प्रभात शुक्ला के दोस्त अंकित का नाम भी इस मामले में आया है. आरोप है कि प्रभात ने अंकित की मदद से ही कुशाग्र के घर में लेटर छोड़ा था.
कानपुर की थाना रायपुरवा पुलिस ने इस मामले में में रचिता और प्रभात, दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. इस पूरे मामले पर जानकारी देते हुए कानपुर पुलिस के जॉइंट कमिश्नर आनंद तिवारी ने बताया कि लेटर अपने आप में कन्फ्यूजिंग है. उसमें जिन बातों का जिक्र है उनका कोई तुक नहीं बन रहा है. बातें इस तरीके से क्यों लिखी गईं, इसकी जांच की जा रही है.
अखिलेश यादव ने की कार्रवाई की मांग
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस पूरे मामले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया है.
अखिलेश यादव ने लिखा
"कानपुर में एक टेक्सटाइल व्यवसायी के पुत्र के अपहरण व हत्या के मामले में अपराध को एक समुदाय विशेष से जोड़कर फिरौती की मांग करना और ऐसा करके पुलिस का ध्यान भटकाने की साज़िश बेहद गंभीर मामला है. इस तरह का चलन देश-समाज के लिए बेहद घातक है, इस पर सख़्त-से-सख़्त कार्रवाई होनी चाहिए."
कानपुर पुलिस का कहना है कि अभी तक ये साफ नहीं हो पाया है कि आखिर हत्या क्यों की गई. जानबूझकर हत्या को धर्म विशेष से जोड़ने के पीछे उनका क्या मकसद था, इसकी जांच की जा रही है.
वीडियो: नोएडा में कुत्ते को लेकर फिर बवाल, लिफ्ट में रिटायर्ड IAS ने महिला को जड़ा थप्पड़