गाजा के लोगों के लिए राहत मांगी गई तो इजरायल बोला- 'पानी तक नहीं देंगे'
7 अक्टूबर को हमास ने इज़रायल पर हमला किया था. उसके बाद से इज़रायल ने गाज़ा में बिजली-पानी की सप्लाई बंद कर दी थी.
हमास से युद्ध के बीच इज़रायल ने साफ कर दिया है कि जब तक उसके सभी बंधकों को नहीं छोड़ा जाता, तब तक गाजा पट्टी को कोई मानवीय राहत नहीं मुहैया कराई जाएगी. अंतरराष्ट्रीय एजेंसी रेड क्रॉस ने गाजा पट्टी में अस्पतालों के बुरे हाल को देखते हुए इज़रायल से नरम रुख की गुजारिश की थी. लेकिन इज़रायल ने किसी भी तरह की मदद से साफ इनकार कर दिया है.
इज़रायल के ऊर्जा मंत्री इज़रायल काट्ज़ ने X (ट्विटर) पर लिखा,
“हमारे बंधकों की आज़ादी के बिना किसी भी तरह की ढिलाई की उम्मीद नहीं करनी चाहिए.”
काट्ज़ ने सोशल मीडिया पोस्ट में आगे कहा,
"गाजा को मानवीय सहायता? न बिजली दी जाएगी, न पानी. बंधक बनाए गए इज़रायलियों की वापसी के बिना तेल का एक ट्रक भी नहीं भेजा जाएगा. और किसी को भी हमें नैतिकता का उपदेश नहीं देना चाहिए."
7 अक्टूबर को इज़रायल पर हमास के हमले के बाद ही इज़रायल ने आधिकारिक तौर पर गाज़ा की बिजली काट दी थी. गाज़ा को पानी की सप्लाई भी बंद कर दी गई थी.
यहां गौर करने वाली बात ये है कि इज़रायल की तरफ से ये बयान तब आया है जब अमेरिका के गृह मंत्री अंटनी ब्लिंकन इज़रायल में ही मौजूद हैं.
गाज़ा में बिगड़ते हालात के बाद रेड क्रॉस ने इज़रायल से गुहार लगाई थी. एजेंसी की अंतरराष्ट्रीय समिति के क्षेत्रीय निदेशक फैब्रीज़ियो कार्बोनी ने गुरुवार को एक बयान में कहा- इस तनाव के कारण हुई मानवीय पीड़ा से घृणा होती है. मैं दोनों पक्षों से आम नागरिकों के दर्द को कम करने की गुजारिश करता हूं. उन्होंने कहा-
"जैसे ही गाजा में बिजली ख़त्म होती है, अस्पतालों की बिजली ख़त्म हो जाएगी. इनक्यूबेटर्स में नवजात शिशुओं और ऑक्सीजन पर रहने वाले बुजुर्ग मरीज़ों को ख़तरा पैदा हो जाएगा. डायलिसिस बंद हो जाएगी. और एक्स-रे नहीं लिया जा सकता. बिजली के बिना अस्पतालों के मुर्दाघर में तब्दील होने का ख़तरा है."
7 अक्टूबर को हमास के आतंकियों ने इज़रायल पर हमला किया था. उसके बाद से युद्ध के हालात बने हुए हैं. फिलिस्तीन से हमास इज़रायल पर रॉकेट दाग रहा है है. तो इज़रायल भी गाज़ा पट्टी पर हमले कर रहा है. इज़रायली मीडिया के मुताबिक अब तक उसके करीब 1300 नागरिकों की हत्या की गई है. हमास के हमलावरों ने किसी को घर के अंदर ही मार दिया तो किसी को सड़क पर. इसके अलावा बड़ी संख्या में इजरायलियों और विदेशी नागरिकों को बंधक बनाकर को गाजा ले जाया गया है.
वहीं गाज़ा का कहना है कि इज़रायल की तरफ से हमले में 1,200 से अधिक लोग मारे गए हैं और 5,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं.