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"फिलिस्तीन को मदद..."- UN में सबके सामने भारत ने क्या बड़ा ऐलान कर दिया?

भारत ने संयुक्त राष्ट्र (UN) में आधिकारिक तौर पर बताया कि भारत ने अब तक गाज़ा पट्टी में 38 टन भोजन और जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट भेजे हैं. और ये मानवीय मदद आगे भी जारी रहेगी.

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india aid to palestine gaza
C-17 विमान से फिलिस्तीन के लिए रसद भेजी जा रही है. (फोटो सोर्स- X @MEAIndia)
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शिवेंद्र गौरव
25 अक्तूबर 2023 (Updated: 25 अक्तूबर 2023, 16:07 IST)
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इज़रायल-हमास युद्ध (Israel Hamas War) के बीच, भारत गाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता भेज रहा है. भारत ने आधिकारिक तौर पर साफ किया है कि वो फिलिस्तीन (Palestine Aid) को आगे भी मदद भेजना जारी रखेगा. भारत के राजदूत आर रवींद्र, संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि हैं. 25 अक्टूबर को उन्होंने, गाजा पट्टी के आम लोगों को मानवीय सहायता भेजने की भारत की कोशिशों पर बात की. उन्होंने बताया कि भारत ने गाज़ा पट्टी में 38 टन भोजन और जरूरी मेडिकल इक्विपमेंट भेजे हैं. और ये मानवीय मदद आगे भी जारी रहेगी.

हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में चल रही वार्ता में रवींद्र ने कहा,

“हम, हमारे बीच की बाईलैटरल डेवलपमेंट पार्टनरशिप के तहत, फिलिस्तीनी लोगों की मदद करना जारी रखेंगे. इस द्विपक्षीय साझेदारी में, स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, ओन्त्रप्रेंयोरशिप और इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी सहित कई सेक्टर शामिल हैं. इस मुश्किल वक़्त में भारत, फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा."

गाज़ा में भारत की मदद

इससे पहले बीते रविवार, 22 अक्टूबर को भारत ने लगभग 6.5 टन चिकित्सीय सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री, फिलिस्तीन भेजी थी. भारतीय वायु सेना का C-17 विमान ये रसद लेकर, मिस्त्र के ई-अरिश एयरपोर्ट पहुंचा था. वहां से ट्रकों के जरिए ये सामान गाज़ा पहुंचाया गया. इस सामान में दवाइयों, सर्जिकल सामान के अलावा, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, पानी साफ़ करने की दवाइयां जैसी जरूरी चीजें शामिल थीं. गाज़ा में इसके दो दिन पहले से विदेशी मदद की सप्लाई शुरू हुई है. अब तक 20 से ज्यादा ट्रक सामान गाज़ा पहुंचाया जा चुका है.

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युद्ध पर भारत का पक्ष

इज़रायल-हमास के बीच जंग और आम लोगों की स्थिति पर चिंता जताते हुए रवींद्र ने कहा,

"इज़रायल में 7 अक्टूबर को हुए आतंकी हमले चौंकाने वाले थे. हम उन हमलों की स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं. हमारे प्रधानमंत्री (PM मोदी) पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे, जिन्होंने जानमाल की हानि पर संवेदना व्यक्त की और निर्दोष पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना की. संकट की घड़ी में जब वो आतंकी हमलों का सामना कर रहे थे, तब इज़रायल के साथ हम एकजुटता से खड़े थे. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना है और घायलों के जल्दी स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना."

रवींद्र ने ये भी कहा कि जारी जंग में जानमाल का नुकसान होना गंभीर चिंता का मुद्दा है. उन्होंने कहा कि सभी पक्षों को नागरिकों, खासकर, महिलाओं और बच्चों की रक्षा की चिंता करनी चाहिए.

ये भी पढ़ें: जेरुसलम की पहाड़ी से निकले 'यहूदी चरमपंथ' की कहानी, जिसने इज़रायल को जन्म दिया

भारत, इज़राइल-फिलिस्तीन विवाद के निपटारे के लिए ‘टू-स्टेट सॉल्यूशन’ के पक्ष में है. रवींद्र ने कहा,

"बातचीत को फिर से शुरू करने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनाने के लिए हर संभव कोशिश करनी चाहिए."

बता दें कि इज़रायल पर हमास के हमले बाद शुरू हुई जंग, अब तक जारी है. आज यानी 25 अक्टूबर को जंग का 19 वां दिन है. दोनों पक्षों से हजारों लोग मारे गए हैं. इज़रायली सेना का कहना है कि वो गाज़ा पर जमीनी हमला करने को तैयार है. प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने भी साफ़ कहा है कि हमास के खात्मे तक वो पीछे नहीं हटेंगे. हमास का कहना है कि इज़रायल हमले बंद करे तो ही वो इज़रायली बंधकों को रिहा करेगा. कुल मिलाकर जल्दी जंग थमने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं.

वीडियो: गाजा को 'पानी तक नहीं देंगे' कहने वाला इज़रायल मानवीय सहायता के लिए राजी हुआ, लेकिन कैसे?

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