Operation Ajay: इजरायल में फंसे भारतीयों की पहली फ्लाइट दिल्ली पहुंची, लोगों ने क्या बताया?
ऑपरेशन के लिए यात्रियों को ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर चुना जा रहा है. वापसी का पूरा खर्च सरकार ही उठा रही है.
इजरायल (Israel) में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस देश लाने के लिए भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय (Operation Ajay) की शुरुआत की थी. इस ऑपरेशन के तहत पहली चार्टर फ्लाइट इजरायल से 212 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंच गई है. 13 अक्टूबर की सुबह को ये फ्लाइट दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी. परिजनों के अलावा यात्रियों का स्वागत करने केंद्रीय मंत्री राजीव चन्द्रशेखर भी एयरपोर्ट पर पहुंचे.
बता दें कि इजरायल में एयर इंडिया ने 7 अक्टूबर को लड़ाई शुरू होने वाले दिन तुरंत अपनी उड़ान सस्पेंड कर दी थी और इसका कॉमर्शियल ऑपरेशन अब तक सस्पेंड चल रहा है. इसके बाद 11 अक्टूबर को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ऑपरेशन अजय की घोषणा की. उन्होंने बताया कि इजरायल से लौटने के इच्छुक हमारे नागरिकों की सुविधाजनक वापसी के लिए ऑपरेशन अजय लॉन्च किया जा रहा है और विशेष चार्टर फ्लाइट और अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. खबर है कि ऑपरेशन के लिए यात्रियों को ‘पहले आओ पहले पाओ’ के आधार पर चुना जा रहा है. वापसी का पूरा खर्च सरकार ही उठा रही है.
पहली चार्टर फ्लाइट ने 12 अक्टूबर की रात को तेल अवीव के बेन गुरियन इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी. ये इजराइल का इंटरनेशनल एयरपोर्ट है. लोद शहर के उत्तरी बाहरी इलाके में स्थित है. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक पोस्ट में लिखा कि ऑपरेशन अजय जारी है.
फ्लाइट में इजरायल से लौटे अश्विनी कुमार शर्मा ने मीडिया को बताया,
मैं इजरायल गया था क्योंकि मेरी बेटी इजराइल से Phd कर रही है. युद्ध जैसी स्थिति के चलते हमारी फ्लाइट कैंसिल कर दी गईं. फिर हमें 'ऑपरेशन अजय' के बारे में पता चला और हमने भारतीय दूतावास से संपर्क किया.
बाकी यात्रियों ने भी भारत लौटने पर खुशी जताई और ऑपरेशन के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया. खबर है कि इजरायल से एक दूसरी फ्लाइट भी जल्द ही दिल्ली पहुंचेगी.
बता दें, हमास और इजरायल के बीच जंग शुरू हुए 6 दिन हो चुके हैं. हजारों लोग इस जंग में जान गंवा चुके हैं. इजरायली मीडिया के मुताबिक, अब तक उसके करीब 1300 नागरिकों की हत्या की गई है. साथ ही बड़ी संख्या में इज़रायलियों और विदेशी नागरिकों को बंधक बनाकर को गाजा ले जाया गया है. वहीं गाजा का कहना है कि इजरायल की तरफ से हमले में 1,500 से अधिक लोग मारे गए हैं और 7,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं.