इजरायली सेना ने घेरा तो बंद पड़ा गाजा का Al-Shifa अस्पताल, WHO ने जताई बच्चों की मौत की आशंका
गाजा के अल शिफा अस्पताल (Al Shifa Hospital) में बिजली, पानी और इंटरनेट की स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गई है. इस अस्पताल में हजारों लोगों ने शरण ली हुई है. वहीं गंभीर रूप से घायल कई लोगों और बच्चों का यहां इलाज चल रहा है.
इजरायल-हमास युद्ध (Israel Hamas War) के बीच गाजा पट्टी (Gaza Strip) का सबसे बड़ा अस्पताल पूरी तरह ठप पड़ गया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, गाजा के अल शिफा अस्पताल (Al Shifa Hospital) में बिजली, पानी और इंटरनेट की स्थिति बहुत ज्यादा खराब हो गई है. इस अस्पताल में हजारों लोगों ने शरण ली हुई है. वहीं गंभीर रूप से घायल कई लोगों और बच्चों का यहां इलाज चल रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजरायली सेना ने इस अस्पताल को घेर रखा है.
WHO के डायरेक्टर जनरल Tedros Ghebreyesus ने इस स्थिति को "गंभीर और खतरनाक" बताया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (ट्विटर) पर लिखा,
"WHO गाजा के अल-शिफा अस्पताल के कर्मचारियों से संपर्क बनाने में कामयाब रहा है. वहां की स्थिति गंभीर और खतरनाक है."
उन्होंने आगे लिखा,
“बिना बिजली, बिना पानी और बहुत खराब इंटरनेट के साथ तीन दिन हो गए हैं. इसके कारण हमें जरूरी सुविधाओं को पहुंचाने में दिक्कतें आ रही हैं. इलाके में लगातार गोलीबारी और बमबारी ने पहले से ही गंभीर हालत को और भी गंभीर बना दिया है. दुख की बात है कि मरीजों की मृत्यु की संख्या लगातार बढ़ रही है. अफसोस की बात है कि यह अस्पताल अब अस्पताल के रूप में काम नहीं कर रहा है.”
WHO प्रमुख ने युद्धविराम पर जोर देते हुए कहा,
"दुनिया तब चुप नहीं रह सकती जब अस्पताल, मौत, तबाही और निराशा के दृश्यों में बदल जाए. अब युद्धविराम होना चाहिए."
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The Guardian की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन स्वास्थ्य सुविधाओं पर हमलों को रोकने और तत्काल युद्धविराम की मांग कर रहा है. Médecins Sans Frontiers सहित कई दूसरे मानवीय समूह पहले से ही इस मांग को दोहरा रहे हैं.
इससे पहले, WHO ने बताया था कि गाजा में औसत हर 10 मिनट में एक बच्चे की मौत हो रही है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि गाजा में कहीं भी, कोई भी सुरक्षित नहीं है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले अल शिफा अस्पताल में तीन नवजात शिशुओं की मौत हो गई थी. यह भी कहा गया कि बिजली कटने और ऑक्सीजन तथा दवा की कमी के कारण अस्पताल में 39 शिशुओं की मौत का खतरा है.
बीते 7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर हमला किया था. इसके बाद इजरायल ने गाजा पट्टी में बमबारी शुरू कर दी था. इजरायल ने जमीनी रास्ते से भी गाजा पट्टी में हमला किया.
The Guardian के मुताबिक, 10 अक्टूबर के बाद से इस लड़ाई में जान गंवाने वालों की ठीक-ठीक संख्या उपलब्ध नही है. उन्होंने गाजा में अस्पतालों के निदेशक मुहम्मद जकाउत के हवाले से लिखा कि गाजा का स्वास्थ्य मंत्रालय मरने वालों की संख्या को अपडेट करने में असमर्थ है क्योंकि डॉक्टर इजरायली बमबारी से प्रभावित क्षेत्रों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. सबसे हालिया आंकड़ा 11,078 है, जिनमें से 4,506 बच्चे और 3,027 महिलाएं मारी गई हैं.
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