कुंभ आ चुका है और अपने साथ लाया है ढेर सारा एक्साइटमेंट, जमावड़ा, तीरथ व्रत औरअजीबो गरीब खबरें. जैसे एक खबर अखबार की कटिंग के रूप में वायरल हो रही है. इसकटिंग में हेडलाइन लगी है 'कुंभ मेले में पांच लाख कंडोम बांटेगी यूपी सरकार.' खबर'जानकार सूत्रों के हवाले से' लगाई गई है तो इसमें कोई संदेह की गुंजाइश ही नहींबचती. वो कटिंग देख लीजिए, पढ़ लीजिए फिर आगे बढ़ते हैं.अब देखो सोशल मीडिया पर: हमने इस खबर की पड़ताल की. इसी हेडलाइन को पकड़कर सर्च किया तो पता चला कि सिर्फ एकवेबसाइट है जिसने ये खबर लगाई है. उसका टेक्स्ट भी सेम टू सेम है. वेबसाइट का नामहै आजाद सिपाही. लेकिन चूंकि उसमें सिर्फ सूत्रों का हवाला दिया गया था, उनका नामनहीं, तो किसी से संपर्क हो नहीं सकता था.ये है वो वेबसाइटलेकिन कुंभ मेले में जिम्मेदारी वाले पदों पर बैठे लोगों से तो बात हो ही सकती थी.तो हमने कुंभ मेले का मीडिया से संबंधित सब काम देखने वाले दिनेश कुमार गुप्ता जीके पास फोन किया. उनसे पूछा कि ये जो सूत्रों के हवाले से खबरें आ रही हैं इनमेंकितनी सच्चाई है? क्या मेला आयोजन समिति या सरकार ने कॉन्डम(वही कंडोम) सप्लाई कीसूचना किसी को दी है. दिनेश ने कहा- नहीं ऐसा कुछ नहीं है. ये सब झूठी बातें हैं.पहले हुआ है क्या कुछ ऐसा?हां जी हुआ है. चार साल पहले नासिक में कुंभ हुआ था. वहां मेले से संबंधित अथॉरिटीजने 5.40 लाख कॉन्डम की सप्लाई की गई थी. आयोजनकर्ता इन खबरों के आने से नाराज थे.वैसे नासिक में कुंभ के दौरान एक महीने में कॉन्डम की जितनी खपत होती है ये संख्याउसकी डबल थी. लोग भी मजे लेने लगे थे कि जनता यहां पाप मिटाने आ रही है या ठरक?हालांकि ये टर्म बेशर्मी वाला है लेकिन लोग जो कह रहे हैं वो भी जानना तो जरूरी है.नासिक कुंभ के टाइमइस बार भी बवाल इसी खबर को लेकर है. लेकिन इस बार बिना किसी सोर्स के फ़ेक न्यूज़फैलाई जा रही है. सरकार ने ऐसा किया है या नहीं, इसका तो पता नहीं लेकिन अभी किसीको इस बारे में बताया नहीं है. और जब तक ऑफिशियली न बताया जाए तब तक ऐसी कोई भी खबरफैलाना फ़ेक न्यूज़ को बढ़ावा देना है. इससे बच जाओ बस समझो गंगा नहा लिया.--------------------------------------------------------------------------------