नोकिया का फोन इस्तेमाल किया है कभी? जब फोन स्विच ऑन करो, तो दो हाथ आते हैं. एकस्क्रीन के इस छोर से, दूसरा उस छोर से. दोनों हाथ एक-दूसरे को थामते हैं औरजुप्प...फोन ऑन हो जाता है. इस कला का मकसद होता है नोकिया को अच्छी कनेक्टिविटीवाले फोन के तौर पर सिंबलाइज़ करना. चलो मान लिया कि इसमें एक हाथ नोकिया का, तोदूसरा किसका? अरे दूसरा हाथ राजीव सूरी का. राजीव सूरी कौन? ये राजीव सूरी 2 मार्चतक नोकिया नेटवर्क के हेड और CEO थे. अब इस्तीफा दे दिया है. वे नोकिया के तमामकामों में से नेटवर्क डिवीज़न को हेड करते थे. राजीव के हेड रहते नोकिया ने वो वक्तभी देखा, जब कंपनी के कुल रेवेन्यू में से 78 फीसदी तो अकेले नेटवर्क डिवीजन से हीआ जाता था. अब राजीव सूरी की जगह पेक्का लुंडमार्क ये पोस्ट संभालेंगे. नोकिया नेइसका पब्लिक अनाउंसमेंट भी कर दिया है.Pekka Lundmark appointed President and CEO of Nokia; Rajeev Suri to step downafter more than a decade as President and CEO of Nokia and Nokia SiemensNetworks. @PekkaLundmark is expected to start in his new role on September 1,2020. https://t.co/umjmnhYm7R pic.twitter.com/XebUf3tt0O— Nokia (@nokia) March 2, 2020 छह महीने काम हैंडओवर करने में लग जाएंगे 57 साल केपेक्का लुंडमार्क सितंबर में काम-काज संभालेंगे. राजीव सूरी को सारा काम पेक्का कोहैंडओवर करने में ही छह महीने लग जाएंगे. अब बड़े लोगों के पास काम ही इतनेबड़े-बड़े होते हैं. कंपनी को 10 गुना मजबूत किया राजीव सूरी ने 2014 में नोकियाCEO की पोस्ट संभाली थी. उस वक्त कंपनी की वैल्यू करीब आठ हजार करोड़ रुपए की थी.पद पर रहते सूरी और उनकी टीम इसे 80 हजार करोड़ रुपए तक लेकर गई. यानी कंपनी कोकरीब 10 गुना ज्यादा मजबूत किया. MBA डिग्री के बिना टॉप मैनेजर पोस्ट पर राजीवसूरी भारतीय मूल के हैं. 1967 में दिल्ली में पैदा हुए थे. पले-बढ़े कुवैत में.सिटिज़न सिंगापुर के हैं. सूरी टेक्नोलॉजी-नेटवर्क सेक्टर की बड़ी कंपनियों में सेएक नोकिया के टॉप पोस्ट तक बिना किसी MBA डिग्री के ही पहुंचे.--------------------------------------------------------------------------------जानिए क्यूं ये मूवीज़ हमारे हिसाब से 2018 की 5 सबसे बेहतरीन ऑनलाइन मूवीज़ हैं?