The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • indian army soldier becomes fa...

पत्नी के कहने पर तुर्की पहुंचे भारतीय जवान को हुआ बेटा, 'तुर्की चौधरी' नाम रखेगा

पत्नी ने खुद बोला, 'देश पहले परिवार बाद में.'

Advertisement
rahul chudhary indian army soldier in turkey
तुर्की पहुंचे भारतीय दल के सदस्य राहुल चौधरी. (फोटो: आजतक)
pic
आर्यन मिश्रा
14 फ़रवरी 2023 (Updated: 14 फ़रवरी 2023, 14:52 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

भूकंप से हुई तबाही का सामना कर रहे तुर्की-सीरिया में भारत की सेना और NDRF राहत और बचाव कार्य में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं. उनके काम से तो खबरें बन ही रही हैं, निजी कहानियां भी चर्चा में हैं. भारतीय राहत दल में शामिल जवान राहुल चौधरी की कहानी भी इनमें शामिल है.

तुर्की पहुंचते ही खुशखबरी मिली

भारत की ओर से तुर्की में भूकंप पीड़ितों के लिए मदद भेजी गई. इस मिशन को नाम दिया गया ‘ऑपरेशन दोस्त’. कई टन राहत सामग्री भेजी गई. मेडिकल इक्विपमेंट्स समेत NDRF का दस्ता भी. साथ में चार रेस्क्यू डॉग्स. इनके साथ भारतीय सेना के बचाव दस्ते से 99 लोगों की टीम भी गई थी. इसी दस्ते में उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले के रहने वाले हवलदार राहुल चौधरी भी शामिल हैं.

इंडिया टुडे से बातचीत में राहुल चौधरी ने बताया कि उनकी पत्नी गर्भवती थीं जब उन्हें तुर्की जाने का आदेश मिला. वो और उनका परिवार बच्चे का इस दुनिया में आने का इंतजार कर रहे थे. लेकिन तुर्की मिशन के चलते उन्हें पत्नी और परिवार को छोड़कर आना पड़ा. आदेश मिलने के बाद क्या हुआ ये बताते हुए राहुल ने कहा,

'मैं सीधे अपने सीनियर्स के पास गया और उन्हें अपनी पत्नी की सर्जरी के बारे में बताया. मेरी पत्नी की सर्जरी 8 फरवरी को होनी थी. अधिकारियों ने कहा कि मैं अपनी पत्नी से बात कर लूं.'

राहुल आगे बताते हैं,

'मैंने जब अपनी पत्नी से बात की तो उसने कहा मुझे अपनी टीम के साथ तुर्की जाना चाहिए. उसने कहा कि मुझे सबसे पहले देश सेवा करनी चाहिए. फिर मैंने अपना बैग पैक किया और जाकर अपनी टीम ज्वाइन कर ली.'

राहुल ने आगे बताया कि फ्लाइट में बैठते वक्त ही उन्हें पत्नी को ऑपरेशन थियेटर ले जाए जाने की खबर मिल गई थी. और जब तुर्की पहुंचे तो पता चला उन्हें बेटा हुआ है. राहुल का कहना है कि ये खुशखबरी मिलने के बाद उनकी टीम के साथी उनके बेटे का नाम तुर्की चौधरी रखना चाह रहे हैं.

कुछ ऐसी ही कहानी है सिपाही कमलेश कुमार चौहान की. वो भी तुर्की गए भारतीय दल का हिस्सा हैं. रिपोर्ट के मुताबिक यूपी के गोरखपुर के रहने वाले कमलेश तुर्की पहुंचने के बाद पिता बन गए. वहां पहुंचते ही उन्हें बताया गया कि उनकी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया है.

वीडियो: तुर्की और सीरिया में भूकंप की भविष्यवाणी करने वाले रिसर्चर ने भारत के लिए क्या 'खतरा' बता दिया?

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement