काहे बात के बाबा, यौन शोषण के केस दर्ज हैं इनपर... पूर्व DGP ने बताई हाथरस वाले बाबा की 'असलियत'
Hathras में हुए हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व DGP विक्रम सिंह का बयान आया है. उन्होंने भोले बाबा के बारे में जानकारी दी है. बताया है कि कौन हैं भोले बाबा?
हाथरस के पुलराई गांव में मंगलवार, 2 जुलाई को बहुत बड़ा हादसा हो गया. भोले बाबा नामक शख्स के सत्संग में भगदड़ मची और कम से कम 116 लोगों की मौत हो गई. बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं, जिन्हें हाथरस और एटा के अस्पतालों में एडमिट किया गया है. बताया जाता है कि मंगलवार को हुए सत्संग में 80 हजार लोगों की परमिशन मांगी गयी थी, लेकिन सत्संग में करीब ढाई लाख लोग जमा हुए थे. करीब 50 से 60 बीघा खेत में पंडाल लगाया गया था. सत्संग खत्म होने के बाद लोग अचानक बाहर की ओर निकले, लेकिन एग्जिट गेट बेहद संकरा था और रास्ते में नाला था. इसी दौरान भगदड़ मची और लोग एक के ऊपर एक नाले में गिर गए और वहां करीब डेढ़-2 घंटे तक दबे रहे.
पूर्व DGP ने तगड़े सवाल खड़े कर दिए!इस मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व DGP विक्रम सिंह ने आजतक से बात करते हुए कहा कि यह मुसीबत को न्योता देने जैसा था. वहां जो इंतजाम होने चाहिए थे, वह अपर्याप्त थे. एंबुलेंस व्यवस्था तो छोड़ दीजिए, जो बेसिक पुलिस, अग्निश्मन और चिकित्सा व्यवस्था होनी चाहिए, वो तक नहीं थी.
विक्रम सिंह ने कहा,
अरे काहे बात के बाबा…‘ये (भोले बाबा) क्लेम करते हैं कि पहले इंटेलिजेंस में थे, सिपाही थे और फिर वीआरएस ले लिया. इनके ऊपर कई मुकदमे लिखे हुए हैं. स्थानीय प्रशासन को सुनिश्चित करना चाहिए थे कि ये जो चमत्कारी बातें करते हैं, ये कानूनी दंडनीय अपराध भी है मैजिक रेमेडीज एक्ट के अंतर्गत और इस तरीके से पानी पिला के लोगों को भ्रम की स्थिति उत्पन्न करना इनके ऊपर भी कई केस हैं.’
पूर्व DGP विक्रम सिंह ने आगे कहा,
अबतक क्या कार्रवाई हुई?‘बाबा तो वो है. कम से कम उसमें कुछ स्पिरिचुअल कॉन्टेंट तो होना चाहिए. इनके ऊपर छह अपराध है, जिसमें यौन शोषण भी है. काहे बात के बाबा, कौन से बाबा… बाबा का आडंबर कोई ओढ़ के आ जाए तो वो ऐसा लगता है कि साक्षात नारायण का अवतार है. दुर्भाग्य यही है, जिसके ऊपर छह-सात अपराध हो, यौन शोषण तक के अपराध हो, वो अपने को चमत्कारिक बता रहा है… चलिए मान लीजिए बाबा हैं. तो कम से कम वहां बेसिक पुलिस व्यवस्था, आवागमन के रास्ते और अगर कोई आपदा विपदा होती है तो उस स्थिति से निपटने के लिए इमरजेंसी संबंधित व्यवस्था तो होनी चाहिए थी. ये अत्यधिक चिंता और शोक का विषय है.’
इस मामले में हाथरस पुलिस ने मुख्य सेवादार और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी (FIR) दर्ज की है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को PTI को यह जानकारी दी है. अधिकारी ने बताया कि मंगलवार, 02 जुलाई को देर रात सिकंदराराऊ थाने में मुख्य सेवादार देवप्रकाश मधुकर और अन्य सेवादारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है.
अधिकारी ने आगे कहा कि भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 110 (गैर इरादतन हत्या करने का प्रयास), 126 (2) (गलत तरीके से रोकना), 223 (लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवज्ञा), 238 (साक्ष्यों को मिटाना) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि पूरी घटना का मुआयना किया जाएगा. दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा. भोले बाबा पर भी सख्त कार्रवाई होगी.
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