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फिलिस्तीन के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखा, यूपी पुलिस ने उठा लिया

हमीरपुर पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी के अलावा एक और मौलवी के खिलाफ केस दर्ज किया है.

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hamirpur maulvi arrested for supporting palestine in social media post bareilly doctor booked uttar pradesh
बरेली में एक डॉक्टर के खिलाफ भी केस दर्ज (फोटो- पिक्सल)
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ज्योति जोशी
15 अक्तूबर 2023 (Published: 17:25 IST)
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फिलिस्तीन के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट करने पर उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में एक मौलवी को गिरफ्तार किया गया है. उन पर आरोप लगा है कि पोस्ट में फिलिस्तीन का समर्थन कर उन्होंने “दो पक्षों के बीच दुश्मनी” को बढ़ावा दिया है. पुलिस ने इन्हीं मामलों में आरोपी के खिलाफ केस भी दर्ज कर किया है. ऐसा ही एक मामला बरेली से भी सामने आया. वहां एक डॉक्टर पर मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर केस दर्ज हुआ है.

अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, हमीरपुर से गिरफ्तार हुए मौलवी की पहचान 23 साल के सुहैल अंसारी के तौर पर हुई है. 13 अक्टूबर को अंसारी और एक अन्य मौलवी आतिफ चौधरी पर IPC की धारा 153-A (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (2) (वर्गों के बीच दुश्मनी, नफरत या दुर्भावना पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस आतिफ चौधरी की भी तलाश कर रही है.

हमीरपुर पुलिस के मुताबिक, अंसारी ने कथित तौर पर फिलिस्तीन समर्थक पोस्ट किया और लोगों को एक मस्जिद में इकट्ठा होने के लिए बुलाया था. आरोप है कि मौलवी ने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी टिप्पणियां भी की, जो प्रतिबंधित हैं और उसके कारण कथित रूप से कानून-व्यवस्था संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. स्थानीय अदालत में पेशी के बाद सुहैल अंसारी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भी भेज दिया गया है.

बरेली में डॉक्टर के खिलाफ केस

इधर, बरेली में जिस डॉक्टर पर केस दर्ज हुआ है उनका नाम डॉ. परमेंद्र माहेश्वरी है. वो एक निजी अस्पताल में काम करते हैं. SHO धर्मेंद्र सिंह ने अखबार को बताया कि आरोपी ने वॉट्सऐप पर इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष को लेकर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की था. 13 अक्टूबर को परमेंद्र पर IPC की धारा 153-ए और 295-ए (किसी भी वर्ग का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण काम करना) के तहत मामला दर्ज किया गया.

कुछ दिन पहले कर्नाटक में भी एक युवक के खिलाफ फिलिस्तीन का समर्थन करने के आरोप में केस दर्ज किया गया था. आरोपी की पहचान 20 साल के आलम पाशा के तौर पर हुई है. उसने कथित तौर पर फिलिस्तीन के सपोर्ट में एक वॉट्सऐप स्टेटस लगाया था. इसके बाद पुलिस ने उसे एहतियातन हिरासत में लिया और उसके खिलाफ गंभीर धाराएं लगा दी थी.

बीते दिनों अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) में छात्रों ने फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन किया था. छात्रों के हाथों में ‘AMU स्टैंड विद फिलिस्तीन’ के पोस्टर भी थे. इस प्रदर्शन के बाद कुछ छात्रों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. इसके बाद योगी सरकार ने आदेश दिया था कि इजरायल-हमास युद्ध में भारत सरकार के स्टैंड के खिलाफ किसी भी बयान या एक्टिविटी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

12 अक्टूबर को भारत सरकार ने साफ किया कि इस मसले पर भारत ने हमेशा से ही एक अलग और स्वतंत्र, संप्रभु फ़िलिस्तीन राज्य का समर्थन किया है. साथ ही शांतिपूर्ण समाधान के लिए सीधी बातचीत की वकालत भी की है.

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