इजरायली महिला का वीडियो बनाने में हमास क्या 'खेल' कर गया?
बंधक बनाई गई महिला Israel में आयोजित हुए सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टिवल में हिस्सा लेने गई थीं. 16 अक्टूबर को Hamas ने उनका वीडियो जारी किया.
इज़रायली सेना और हमास के चरमपंथियों (Israel Hamas Conflict) के बीच जारी जंग के कई विचलित कर देने वाले वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए. ताजा मामला है 16 अक्टूबर को हमास की तरफ से टेलीग्राम ग्रुप में जारी किए गए एक वीडियो का. इसमें एक इज़रायली महिला मदद की गुहार लगाती नज़र आ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बंधक बनाई गई महिला इज़रायल में आयोजित हुए सुपरनोवा म्यूजिक फेस्टिवल में हिस्सा लेने गई थीं. हमास के हमले के बाद उनकी कोई खोज-खबर नहीं मिल रही थी. बीते सोमवार को हमास ने उनका वीडियो जारी किया है. लेकिन इंडिया टुडे की OSINT टीम ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि यह वीडियो कम से कम 6 दिन पहले रिकॉर्ड किया गया था.
हमास के हमले का शिकार हुई महिला का वीडियो आयामिया शेम. उम्र 21 साल. वीडियो में नज़र आ रही महिला ने अपनी ये पहचान बताई. उनके हाथ बंधे हुए हैं और उनका इलाज़ चल रहा है. वीडियो में महिला बताती हैं कि वो इस वक्त गाजा में हैं और शनिवार की सुबह सडेरोट से लौटी थीं. एक पार्टी में उनके हाथ में चोट लग गई थी. तीन घंटे तक गाजा के अस्पताल में उसकी सर्जरी हुई. उन्होंने बताया कि सब ठीक है. वो गुहार लगाती हैं. गुहार घर जाने की. गुहार मां-बाप से मिलवाने की.
क्या ये वीडियो पुराना है?इंडिया टुडे ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि ये वीडियो हमास के टेलीग्राम चैनल पर अपलोड किए जाने से 6 दिन पहले बनाया गया था. इसके लिए OSINT टीम ने “metadata2go” टूल की मदद से वीडियो का मेटाडेटा निकाला. इससे मिली जानकारी के अनुसार, वीडियो की फाइल को क्रिएट करने की तारीख 16 अक्टूबर है. फिर टीम ने ‘Pantry Meta_data’ चेक किया. यह वीडियो में अलग-अलग हिस्सों के रिकॉर्ड करने की तारीख बताता है. इससे पता चला कि वीडियो के कई हिस्से लगभग 6 दिन पहले रिकॉर्ड किए गए हैं.
अपनी जांच को थोड़ा और पुख्ता करने के लिए एक दूसरे टूल ‘Exif’ की भी मदद ली गई. इस टूल से भी यही बात सामने आई कि वीडियो के कुछ हिस्सों को 10 अक्टूबर को रिकॉर्ड किया गया है. रिपोर्ट में बताया गया है कि इस बात की आशंका है कि हमास ने ऐसा बंधकों के सटीक स्थान को छिपाने के कारण किया हो. खबरों के मुताबिक, हमास का दावा है कि 200 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया है. दुनिया भर के सैन्य विश्लेषक और ओपन सोर्स इंटेलिजेंस के एक्सपर्ट इन बंधकों का सटीक लोकेशन पता लगाने में जुटे हैं. ऐसे में वीडियो में दी गई कोई भी जानकारी इन ठिकानों से संबंधित अहम सुराग सामने ला सकती है.
इज़रायली सेना का भी स्पष्टीकरण आया हैहमास के वीडियो जारी करने के बाद उस पर इजरायल की सेना का भी बयान आ गया है. वो मिया के परिवार के संपर्क में है. इज़रायली सेना ने हमास को मानवता का भक्षक बताया है. इज़रायल डिफेंस के आधिकारिक हैंडल से किए गए ट्वीट के अनुसार, “बीते सप्ताह हमास ने मिया का अपहरण कर लिया था. हमारे रक्षा अधिकारियों ने तभी मिया के परिवार को इस बारे में जानकारी दी थी और उनके साथ लगातार संपर्क में हैं. हमास वीडियो के जरिए खुद को मानवतावादी दिखाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन सच्चाई ये है कि वो एक बर्बर आतंकवादी संगठन हैं. जो बच्चों, पुरुषों, महिलाओं और बुजुर्गों की हत्या और अपहरण के लिए जिम्मेदार हैं. फिलहाल, हम सभी बंधकों को छुड़ाने के लिए हर संभव खुफिया और ऑपरेशनल प्रयास कर रहे हैं.”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमास ने धमकी दी है कि अगर इजरायल ने बिना किसी चेतावनी के गाजा में नागरिक घरों पर बमबारी जारी रखी तो बंधकों को मार डाला जाएगा. वहीं, इज़रायल के ऊर्जा मंत्री ने कहा है कि गाजा में पानी और भोजन समेत अन्य सहायता तब तक नहीं दी जाएगी जब तक कि सभी बंधक घर वापस नहीं आ जाते.
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