जलती फॉर्च्यूनर के अंदर मिली लाश की पहचान, परिवार वालों ने सुनाई पूरी कहानी
Greater Noida के कोट पुल नगला के पास घटना हुई थी. परिवार वालों का कहना है कि हत्या पैसों के लेनदेन के चलते की गई है.
ग्रेटर नोएडा में जलती फ़ॉर्च्यूनर कार में मिले शव की पहचान संजय यादव (Sanjay Yadav) के रूप में हुई है. वो ग़ाज़ियाबाद में प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था. पुलिस ने दो लोगों को गिरफ़्तार किया है. फिलहाल, पुलिस जांच कर रही है. इस बीच, संजय यादव के परिवार वालों का कहना है कि उसकी हत्या पैसों के लेनदेन के चलते की गई है.
घटना कोट पुल नगला के पास हुई. यहां सड़क से करीब 100 मीटर दूर कार मिली थी. 28 साल के संजय यादव, ग़ाज़ियाबाद के नेहरू नगर निवासी के रहने वाले थे. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक़, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्थानीय लोगों और पुलिस ने उसे जलती हुई कार से बचाने की कोशिश की. लेकिन वो असफल रहे. संजय के परिवार ने दावा किया कि 22 अक्टूबर को क़रीब पौने 12 बजे घर से निकल थे. दोपहर क़रीब 2.30 बजे तक वो घर वालों के संपर्क में रहे, लेकिन फिर उनका संपर्क टूट गया.
आजतक की एक ख़बर के मुताबिक़, 22 अक्टूबर की देर रात 11 बजे संजय के बेटे ने नोएडा पुलिस को फ़ोन किया. उसने बताया कि उसके पिता के साथ हादसा हुआ है. मौक़े पर पुलिस पहुंची और जांच शुरू की. पुलिस को शक है कि अपराध को अंजाम देते समय आरोपियों को जलने के घाव लगे होंगे. इसलिए, वो ये पता लगाने के लिए अस्पतालों का दौरा कर रहे हैं कि क्या कोई जलने के घाव वाला व्यक्ति अस्पताल में भर्ती हुआ था.
वहीं, संजय के परिवार वालों का कहना है कि उसने आरोपियों को 5 लाख रुपये का कर्ज दिया था, जो हत्या के पीछे का मकसद हो सकता है. पीड़ित परिवार ने ये भी दावा किया कि आरोपियों ने हत्या करने के बाद उसका जूलरी भी चुरा लिया.
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संजय के परिवार वालों की शिकायत के बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है. हिरासत में लिये गये लोग संजय के दोस्त बताए जा रहे हैं. हालांकि, पुलिस को शक है कि अपराध के पीछे और भी लोग हो सकते हैं. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.
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