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देश के इस हिस्से में लगा गोभी मंचूरियन पर बैन, ऐसा भी क्या हो गया...

FDA अधिकारी ने पूछा- रेस्तरां में जो गोभी मंचूरियन की एक प्लेट 70 से 100 रुपये में देते हैं वो जात्रा (गोवा का स्थानीय त्यौहार) में सिर्फ 30-40 रुपये में क्यों मिलती है?

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गोभी मंचूरियन (फोटो- आजतक)
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ज्योति जोशी
5 फ़रवरी 2024 (Published: 15:35 IST)
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मंचूरियन (Manchurian) के शौकीनों को ये ख़बर ज़ोर का झटका दे सकती है. आपके फेवरेट गोभी मंचूरियन (Gobhi Manchurian) को भारत के एक हिस्से में बैन कर दिया गया है. बैन भी उस राज्य में किया गया है, जहां जिंदगी में कम से कम एक बार जाने की तमन्ना करीब-करीब हर हिंदुस्तानी के दिल में जरूर होती है. हम बात कर रहे हैं गोवा (Goa) की, जहां से गोभी मंचूरियन पर बैन (Ban) की ये ख़बर आ रही है.

गोवा में गोभी मंचूरियन डिश को बैन कर दिया गया है. यहां सबसे पहले ये जानना जरूरी है कि ये फैसला पूरे गोवा में नहीं बल्कि उत्तरी गोवा के मापुसा शहर पर लागू किया गया है. वो भी केवल वहां के बोधगेश्वर मंदिर (Bodhgeswar Temple, Goa) में त्योहारों के दौरान लगने वाले स्टॉल्स के लिए. मापुसा के पार्षद तारक अरोलकर ने बोधगेश्वर मंदिर जात्रा (गोवा का स्थानीय त्यौहार) में सुझाव दिया था कि वहां गोबी मंचूरियन पर बैन लगा दिया जाए. अब नगर परिषद ने बैन की घोषणा कर दी है.

कहा गया है कि इन स्टॉल्स में साफ सफाई का ध्यान नहीं रखा जाता. अब यहां सवाल उठता है कि स्टॉल्स पर तो कई सारी डिश बेची जाती है वो भी एक जैसी कंडीशन में तो फिर केवल गोभी मंचूरियन पर ही बैन क्यों लगाया गया. इसको लेकर डिश में इस्तेमाल होने वाले सिंथेटिक फूड कलर के इस्तेमाल का हवाला दिया गया है.

TOI के मुताबिक, Mapusa Municipal Council MMC की चेयरपर्सन प्रिया मिशाल ने बताया कि वेंडर्स Unhygienic Conditions में काम करते हैं और वो डिश बनाने के लिए सिंथेटिक कलर्स का यूज भी करते हैं.

FDA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वेंडर्स डिश में हानिकारक सॉस का इस्तेमाल भी करते हैं. दावा किया कि स्टॉल वाले डिस्प्ले पर क्वालिटी वाला सॉस रखते हैं लेकिन डिश में घटिया सॉस का यूज करते हैं. आगे कहा कि डिश में वो जो पाउडर डालते हैं वो रीठा जैसा है जिसका इस्तेमाल कपड़े धोने में किया जाता है. उन्होंने आगे पूछा- रेस्तरां में जो गोभी मंचूरियन की एक प्लेट 70 से 100 रुपये में देते हैं वो जात्रा में सिर्फ 30-40 रुपये में क्यों मिलती है?

अधिकारी ने कहा कि वेंडर्स को स्टाल के आवंटन से पहले डिस्पोजल और पानी जैसी सुविधाएं दी जानी चाहिए ताकि वो बेसिक साफ सफाई सुनिश्चित कर सकें.

ये भी पढ़ें- 'मगरमच्छ का लेग पीस'- इस डिश में और क्या-क्या हैं? खाना छोड़िए पढ़कर ही दिमाग चकरा जाएगा

बता दें, 2022 में श्री दामोदर मंदिर के फेमस 'वास्को सप्ताह मेले' में FDA ने मोरमुगाओ नगर परिषद को मेले में गोभी मंचूरियन बेचने वाले स्टालों के संचालन को बैन करने के निर्देश जारी किए थे. FDA ने पहले पोंडा में 'कपिलेश्वरी' और 'सातेरी देवी' जात्रा के दौरान गोभी मंचूरियन बेचने वाले स्टालों पर भी छापा मारा था जो कथित तौर पर साफ सफाई का ख्याल नहीं रख रहे थे. 

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