कश्मीर और अरुणाचल में G20 मीटिंग पर पीएम मोदी ने चीन और पाकिस्तान को जवाब दिया
पीएम मोदी ने दावा किया कि साल 2047 तक भारत एक विकसित देश होगा और तब हमारे जीवन में भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता की कोई जगह नहीं होगी.
G20 समिट और संसद के विशेष सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावा किया कि भारत जल्द ही तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा. इसके लिए उन्होंने एक दशक से भी कम समय में भारत के 10वें से 5वें पायदान पर आने का हवाला दिया. समाचार एजेंसी PTI को दिये एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 9 सालों की राजनीतिक स्थिरता से कई सुधार हुए हैं और इसी का बाय-प्रोडक्ट विकास के रूप में सामने है. पीएम मोदी ने इस इंटरव्यू में भारत की G20 अध्यक्षता, देश के आर्थिक विकास, आतंकवाद जैसे मुद्दों पर बात की है. प्रधानमंत्री ने ये इंटरव्यू पिछले हफ्ते दिया था, लेकिन ये 3 सितंबर को पब्लिश किया गया.
G20 को लेकर क्या बोली मोदी?9 और 10 सितंबर को भारत में G20 समिट का आयोजन होने जा रहा है. प्रधानमंत्री ने इस आयोजन को लेकर कहा कि G20 में हमारे शब्दों और नजरिये को दुनिया ने सिर्फ विचारों के रूप में नहीं बल्कि भविष्य के रोडमैप की तरह देखा है. प्रधानमंत्री ने कहा,
"राष्ट्रीय राजधानी से बाहर छोटे शहरों में इस तरह के आयोजन करने को लेकर विश्वास की कमी थी, क्योंकि उन्हें भारतीयों की क्षमता में यकीन नहीं था...मुझे हमेशा से लोगों पर बहुत भरोसा रहा है. मैं एक संगठन के बैकग्राउंड से आता हूं और अपने जीवन के उस फेज के दौरान मिले अनुभवों से बहुत कुछ सीखा है जो मेरे काम आ रहा है."
जम्मू-कश्मीर और अरुणाचल प्रदेश में जी-20 की मीटिंग्स पर पाकिस्तान और चीन की तरफ से आपत्ति जताई गई थी. इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि ये सवाल तब सही होता जब हम वहां ऐसी मीटिंग्स नहीं करवाते. पीएम मोदी के मुताबिक, हमारा देश बहुत बड़ा, सुंदर और विविधताओं से भरा है. जब G20 हो रहा है तो बहुत स्वाभाविक है कि देश के हर हिस्से में बैठकों का आयोजन हो.
ये भी पढ़ें- G20 Summit में शामिल हो रहे सऊदी अरब की पूरी कहानी ये है
ये भी पढ़ें- G20 के देश: गोवा पर भारत का विरोध करने वाले ब्राज़ील की कहानी!
"2047 तक भारत विकसित देश होगा"इसी इंटरव्यू में पीएम ने कहा कि 2014 से पहले हमारे देश ने कई अस्थिर सरकारें देखी हैं और इसके कारण ज्यादा काम नहीं हुए. लेकिन पिछले कुछ सालों में लोगों ने निर्णायक जनादेश दिया है जिससे स्थिर सरकार बनी है. प्रधानमंत्री के मुताबिक,
"पिछले 9 सालों में इसी स्थिरता की वजह से कई सुधार आए हैं. चाहे वो अर्थव्यवस्था से जुड़ा हो, विकास, वित्तीय क्षेत्र, बैंक, डिजिटलाइजेश और सोशल सेक्टर, सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है."
प्रधानमंत्री ने कहा कि लंबे समय तक भारत को एक अरब भूखे पेट वाले देश की तरह देखा जाता था. अब भारत एक अरब महत्वाकांक्षी दिमाग और दो अरब स्किल्ड हाथों वाला देश है. उन्होंने कहा कि देश के लोग गरीबी के खिलाफ लड़ाई जीतेंगे. स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र के परिणाम दुनिया में सबसे बेहतर होंगे.
पीएम मोदी ने इंटरव्यू में दावा किया कि साल 2047 तक भारत एक विकसित देश होगा और तब हमारे जीवन में भ्रष्टाचार, जातिवाद और सांप्रदायिकता की कोई जगह नहीं होगी. देश के लोगों का जीवनस्तर दुनिया के सबसे अच्छे देशों की तरह होगा. उन्होंने कहा कि दुनिया का जीडीपी केंद्रित नजरिया अब मानव केंद्रित की तरफ बदल रहा है और इसमें भारत का इसमें अहम रोल है.
वीडियो: नेता नगरी: राहुल गांधी, अभिषेक बनर्जी में क्या बात हुई, केजरीवाल बीच में क्या बोले?