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मणिपुर में फिर हिंसा, अदरक काटने गए तीन लोगों के शव बरामद, कल से लापता थे

बिश्नुपुर के अकासोई से 10 जनवरी को चार लोग लापता हो गए थे. चारों अदरक की कटाई करने खेत गए थे. तीन के शव चूराचांदपुर से बरामद हुए हैं.

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मणिपुर में अब तक 180 लोगों की मौत हो चुकी है. (इंडिया टुडे)
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सौरभ
11 जनवरी 2024 (Published: 18:28 IST)
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मणिपुर के बिश्नुपुर से लापता हुए चार में से तीन लोगों के शव बरामद हो गए हैं. न्यूज़ एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक 11 जनवरी को तीनों की डेडबॉडी चूराचांदपुर में बरामद हुई हैं. बिश्नुपुर के अकासोई से 10 जनवरी को  चार लोग लापता हो गए थे. चारों अदरक की कटाई करने खेत गए थे. तीन मृतकों के नाम इबोम्चा सिंह, आनंद सिंह, और रोमेन सिंह है. पुलिस के मुताबिक तीनों के शव चूराचांदपुर के हाओतक फेलेन में पाए गए हैं. चौथे लापता शख्स दारा सिंह के बारे में अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है.

चुराचांदपुर जिले में भी झड़प

इंडिया टुडे नॉर्थ ईस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, चूराचांदपुर जिले के बाहरी इलाके में हाओतक फेलेन गांव में हिंसा की एक और घटना सामने आई है. खबर है कि कुकी गांव के वॉलंटियर्स और मैतेई संगठन अरामबाई टेंगोल और समेत घाटी के विद्रोही समूहों की सेना के बीच गोलीबारी हुई. इस दौरान चार लोगों की मौत हो गई. गोलीबारी 10 जनवरी को दोपहर ढाई बजे के आसपास हुई. आरोप है कि अरामबाई और उसके समर्थकों ने गांव के जंगल में लकड़ी की अवैध कटाई की, जिसके बाद गांव के वॉलंटियर्स ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए तेजी से कार्रवाई की. इसी दौरान हिंसा हुई.

यह भी पढ़ें: मणिपुर: गोलीबारी की ताजा घटना के बाद फिर बढ़ा तनाव, खेत में काम करने गए चार किसान लापता

पूर्वोत्तर राज्य में बढ़ती हिंसा की खबरों के बीच असम राइफल्स के DG लेफ्टिनेंट जनरल पीसी नायर 10 जनवरी को म्यांमार की सीमा सटे शहर मोरेह पहुंचे. सेक्टर कमांडर ब्रिगेडियर वीपी यादव ने उन्हें मणिपुर में वर्तमान सुरक्षा स्थिति के बारे में जानकारी दी. सुरक्षा जायजा लेने के बाद उन्होंने सिविल सोसाइटी संगठनों के सदस्यों से भी मुलाकात की.

नायर ने मोरेह स्थित सिविल सोसायटी से कहा- "उनकी सभी शिकायतों पर ध्यान दिया जाएगा. लेकिन यह सीमावर्ती शहर के लोगों, विशेषकर महिलाओं पर निर्भर है कि वे शांति की बहाली के लिए सक्रिय रूप से कार्य करें." 

इससे पहले 1 जनवरी को थौबल के लिलोंग इलाके में अज्ञात हथियारबंद बदमाशों और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई थी. पुलिस के मुताबिक उस झड़प में चार लोगों की मौत हो गई. मणिपुर में पिछले साल मई से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच रुक-रुककर झड़प और हिंसा हो रही है. अब तक 180 लोगों की मौत हो चुकी है. 

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