सद्गुरु की एक पोस्ट पर भिड़ गए Dhruv Rathee और Gaurav Taneja, बवाल अब थामे नहीं थमेगा?
Jaggi Vasudev ने कहा था कि अपने देश India का आधिकारिक नाम Bharat कर दिया जाना चाहिए. इस पर Dhruv Rathee उनसे भिड़ गए थे.
भारत बनाम इंडिया (Bharat Vs India) की डिबेट में सोशल मीडिया पर अलग ही युद्ध चल रहा है. अब इस विवाद में फ्लाइंग बीस्ट (Flying Beast) वाले यूट्यूबर गौरव तनेजा भी शामिल हो गए हैं. उन्होंने ध्रुव राठी (Gaurav Taneja Vs Dhruv Rathi) को जवाब दिया है. क्योंकि ध्रुव राठी ने सद्गुरु के नाम से प्रसिद्ध जगदीश वासुदेव को जवाब दिया था. जगदीश वासुदेव को जग्गी वासुदेव के नाम से भी जाना जाता है. ये विवाद जग्गी वासुदेव की एक X पोस्ट के बाद ही शुरू हुआ था. एक-एक करके तीनों के बयान देखते हैं. लेकिन उससे भी पहले ये जानने की कोशिश करते हैं कि विवाद की जड़ कहां हैं.
India Vs Bharatन्यूज़ एजेंसी ANI ने 18 जून को X पर एक पोस्ट किया कि NCERT की कमेटी ने सिफारिश की है कि स्कूल की सभी किताबों में 'इंडिया' की जगह 'भारत' लिख दिया जाना चाहिए. जग्गी वासुदेव ने इस पोस्ट को रीपोस्ट किया. उन्होंने इस बात का समर्थन किया और NCERT को बधाई भी दे दी.
उन्होंने लिखा,
हमें अंग्रेजों के देश छोड़कर जाने के बाद ही अपना नाम ‘भारत’ वापस ले लेना चाहिए था. नाम ही सब कुछ नहीं होता लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि देश का नाम इस तरह रखा जाए कि वह सभी के दिलों में गूंजे. भले ही राष्ट्र हमारे लिए सब कुछ है, लेकिन ‘इंडिया’ शब्द का कोई मतलब नहीं है. अगर हम आधिकारिक तौर पर राष्ट्र का नाम नहीं बदल रहे, तो अब समय आ गया है कि हम कम से कम ‘भारत’ को अपनी दैनिक बोलचाल में शामिल करें. युवा पीढ़ी को यह जानना चाहिए कि भारत का अस्तित्व इंडिया के जन्म के बहुत पहले से है.
जग्गी वासुदेव की इस पोस्ट पर यूट्यूबर ध्रुव राठी कूद पड़े. राठी ने रिप्लाई किया और भिड़ गए. उन्होंने इसे जग्गी वासुदेव का ‘देश-विरोधी’ एजेंडा करार दिया. राठी ने लिखा,
क्या आप अपने भारत विरोधी एजेंडे पर लगाम लगा सकते हैं जगदीश वासुदेव? सब जानते हैं कि हमारे संविधान में इंडिया और भारत दोनों लिखा है लेकिन सिर्फ राजनीति के लिए आप फूट डालो और राज करो का गंदा खेल खेल रहे हैं.
यह भी पढ़ें: UN पहुंची 'भारत' और 'India' नाम की बहस, अधिकारी बोले- 'अगर हमसे नाम बदलने की मांग की गई तो...'
लेकिन ये सोशल मीडिया युद्ध यहीं नहीं समाप्त हुआ. ध्रुव राठी के बाद इस विवाद में एंट्री होती है गौरव तनेजा की. उन्होंने ध्रुव राठी पर विदेशी होने का तंज कसते हुए निशाना साधा. गौरव ने लिखा,
लोग इंटरनेट पर अलग-अलग मत क्यों नहीं रख सकते? कुछ विदेशी लोग इंटरनेट पर सारा नियंत्रण क्यों करना चाहते हैं?
यहां से ये विवाद Bharat Vs India से शिफ्ट होकर निजी होता दिखा. पहले गौरव तनेजा ने राठी पर निजी हमला करने की कोशिश की. जवाब में राठी ने भी तनेजा पर कुछ वैसा ही रुख अख्तियार किया. उन्होंने कहा कि तनेजा का यूट्यूब चैनल अच्छा नहीं चल रहा है इसलिए वो नए विवाद की तलाश में हैं.
राठी ने लिखा,
भारत बनाम इंडिया पर NCERT ने क्या कहा?कोई भी विवाद आपके खत्म होते करियर को नहीं बचा सकता गौरव, यहां तक कि ड्रामा के लिए आपके बच्चों का शोषण भी नहीं. आपको इसके लिए अच्छा कॉन्टेंट बनाना होगा. अगर आपको मदद की ज़रूरत है तो मैं आपको अपना YouTube ब्लूप्रिंट कोर्स सुझा सकता हूं.
ANI की पोस्ट से पहले ही NCERT ने इस बात को साफ कर दिया था कि स्कूल की किताबों में 'इंडिया' की जगह 'भारत' लिखने का कोई प्लान नहीं है. 17 जून को NCERT के निदेशक दिनेश प्रसाद सकलानी ने कहा कि इस मुद्दे पर बहस “बेकार” है.
न्यूज़ एजेंसी PTI से बात करते हुए सकलानी ने कहा कि NCERT की किताबों में भारत और इंडिया दोनों का इस्तेमाल किया जाएगा, जैसा कि देश के संविधान में लिखा हुआ है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि NCERT को किताबों में भारत या इंडिया के इस्तेमाल से कोई आपत्ति नहीं है.
वीडियो: इंडिया vs भारत : विदेशी मीडिया में क्या छपा? संसद के विशेष सत्र, हिंदू राष्ट्रवाद पर क्या लिखा गया?