बिहार की लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन
लोक गायिका शारदा सिन्हा ने 71 साल की उम्र में दिल्ली के AIIMS अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके बेटे अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया पर यह पुष्टि की है.
बिहार की मशहूर लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन हो गया है. उन्होंने 72 साल की उम्र में दिल्ली के AIIMS अस्पताल में अंतिम सांस ली. शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने सोशल मीडिया पर यह पुष्टि की है. शारदा सिन्हा को तबीयत बिगड़ने के कारण 26 अक्टूबर को AIIMS में भर्ती कराया गया था. उन्हें 4 नवंबर की शाम को वेंटिलेटर पर रखा गया था.
‘छठी मईया ने अपने पास बुलाया’शारदा सिन्हा के बेटे अंशुमन सिन्हा ने अपनी मां के हैंडल से 5 नवंबर को रात 10 बजकर 16 मिनट पर एक पोस्ट किया. इसमें उन्होंने लिखा,
“आप सब की प्रार्थना और प्यार हमेशा मां के साथ रहेंगे. मां को छठी मईया ने अपने पास बुला लिया है. मां अब शारीरिक रूप में हम सब के बीच नहीं रहीं.”
इससे पहले उन्होंने 4 नवंबर को यूट्यूब पर लाइव आकर अपनी मां के अच्छे स्वास्थ्य के लिए लोगों से दुआ मांगी थी.
‘आजतक’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, साल 2018 में शारदा सिन्हा को मल्टिपल मायलोमा होने की बात सामने आई थी. ये एक घातक किस्म का ब्लड कैंसर है. इसके बाद से ही लगातार उनका इलाज चल रहा था. तबीयत बिगड़ने के बाद बीती 26 अक्टूबर को उन्हें दिल्ली के AIIMS अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
सितंबर 2024 में शारदा सिन्हा के पति ब्रज किशोर का निधन हो गया था. वे ब्रेन हैमरेज से जूझ रहे थे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, शारदा सिन्हा अपने पति के निधन के बाद से सदमे में थीं. इसके बाद से उनकी तबीयत और बिगड़ने लगी.
पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार ने शोक जतायाप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शारदा सिन्हा के निधन पर ट्वीट करके शोक जताया है. उन्हें लिखा, “सुप्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. उनके गाए मैथिली और भोजपुरी के लोकगीत पिछले कई दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं. आस्था के महापर्व छठ से जुड़े उनके सुमधुर गीतों की गूंज भी सदैव बनी रहेगी. उनका जाना संगीत जगत के लिए एक अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!”
इसके अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने भी शारदा सिन्हा के निधन पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि शारदा सिन्हा के निधन से संगीत के क्षेत्र में अपूर्णीय क्षति हुई है.
पद्मभूषण से सम्मानितशारदा सिन्हा का जन्म बिहार के सुपौल में 1 अक्टूबर, 1952 को हुआ था. उन्हें 1991 में पद्मश्री और साल 2008 में देश के तीसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मभूषण से नवाज़ा गया था. इसके अलावा उन्हें संगीत नाटक अकादमी से भी सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने अपना पहला भोजपुरी गाना साल 1974 में गाया था. 'बिहार कोकिला' कही जाने वालीं शारदा सिन्हा के छठ पर गाए गीत काफी लोकप्रिय हैं.
वीडियो: यूं ही नहीं ये शारदा सिन्हा बनीं