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ट्रंप के खिलाफ चल रहे आपराधिक मामले होंगे बंद, बड़े अधिकारियों ने पूरा प्लान बना लिया है!

US Election Result: इस बात का अंदेशा जताया जा रहा है कि स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ अपनी कुर्सी बचाने के लिए ऐसा करें. क्योंकि Donald Trump ने इससे पहले कहा था अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो जैक स्मिथ को बर्खास्त कर देंगे.

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Donald Trump Criminal Cases Special Counsel US Presidency Election 2024
डॉनल्ड ट्रंप और स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ. (तस्वीर: AP/Reuters)
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रवि सुमन
7 नवंबर 2024 (Updated: 7 नवंबर 2024, 09:31 IST)
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डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) अमेरिका के अगले राष्ट्रपति होंगे. उन्होंने चुनाव जीत लिया है लेकिन आधिकारिक तौर पर ऑफिस संभालने में अभी कुछ वक्त लगेगा. खबर है कि उनके राष्ट्रपति कार्यालय संभालने के पहले, उनके खिलाफ चल रहे अपराधिक मामले बंद कर दिए जाएंगे. द गार्जियन ने इस मामले की जानकारी रखने वाले दो लोगों के हवाले से इसे रिपोर्ट किया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, जैसे ही ट्रंप, वाइट हाउस लौटेंगे तो वहां के जस्टिस डिपार्टमेंट की पॉलिसी के तहत स्पेशल काउंसिल के ऑफिस को उनके खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जस्टिस डिपार्टमेंट को इस बात की जानकारी पहले से थी कि ट्रंप के जीतते ही इन मामलों को बंद करना होगा. ट्रंप के खिलाफ क्लासीफाइड डॉक्यूमेंट्स को अपने पास रखने और 2020 के चुनाव में गड़बड़ी करने के प्रयास के मामले चल रहे हैं. इस बात की संभावना जताई गई है कि अटॉर्नी जनरल इन आरोपों को वापस ले लेंगे.

इस बात का भी अंदेशा जताया जा रहा है कि स्पेशल काउंसलर जैक स्मिथ अपनी कुर्सी बचाने के लिए ऐसा करें. क्योंकि ट्रंप ने इससे पहले कहा था कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो जैक स्मिथ को बर्खास्त कर देंगे. ट्रंप के करीबी सहयोगियों और सलाहकारों ने जैक की संभावित बर्खास्तगी का समर्थन किया था. उन्होंने कल्पना की थी कि ट्रंप, जैक को हटाने का आदेश देंगे और फिर उन्हें वाशिंगटन में अपना ऑफिस खाली करना पड़ेगा.

ये भी पढ़ें: कमला हैरिस ने मानी हार, ट्रंप से फोन पर की बात, बाइडन और ओबामा के भी बयान आ गए

सूत्रों ने ये भी बताया है कि जस्टिस डिपार्टमेंट अभी इस पर विचार कर रहा है कि इन मामलों को कैसे निपटाया जाए? क्योंकि ये सब जटिल मामले हैं और फिलहाल कई स्तरों पर पेंडिंग हैं. विशेष रूप से, विभाग नहीं चाहता कि क्लासीफाइड डॉक्यूमेंट्स का मामला बिना चुनौती दिए यूं ही निपट जाए. क्योंकि उस मामले को खारिज कर दिया गया था और वर्तमान में वो अपील के अधीन है.

ट्रंप को भी इस बात की जानकारी थी कि चुनाव जीतने के बाद उन्हें इन मामलों में राहत मिल सकती है. इसलिए उन्होंने चुनाव में इसे बखूबी भुनाया. मसलन, उन्होंने अपने समर्थको से खुलकर कहा कि उन्हें फिर से राष्ट्रपति बनाया जाए. क्योंकि केवल ऐसा करने पर ही उनके ऊपर लगे आरोप खत्म हो पाएंगे. चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने कई रैलियों में ऐसा कहा.

डॉनल्ड ट्रंप ने साल 2022 में अपना चुनावी कैंपेन शुरू किया था. उस वक्त स्पेशल काउंसलर उनके खिलाफ क्लासिफाइड डॉक्यूमेंट मामले की जांच कर रहे थे. 2020 का राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद ट्रंप द्वारा अपने मार-ए-लागो क्लब में राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े डॉक्यूमेंट रखने की जांच की गई थी. ट्रंप ने इसे भी अपने चुनावी अभियान में भुनाया. उन्होंने अपने समर्थकों से कहा कि ये उनकी आजादी का हनन है और वो अपनी आजादी को बचाए रखने के लिए ही चुनाव लड़ रहे हैं.

रिपोर्ट है कि ट्रंप महीनों से इन मुकदमों में देरी करने का प्रयास कर रहे थे. ताकि राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद वो अपने मन का अटॉर्नी जनरल नियुक्त कर सकें और फिर इन मामलों को ‘रफा-दफा’ किया जा सके. 

ट्रंप अपने खिलाफ चल रहे न्यूयार्क क्रिमिनल केस के मामले में ऐसा करने में असफल रहे थे. उन पर 2016 के चुनाव परिणाम को गैरकानूनी तरीके से प्रभावित करने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था. इसके कारण उन्हें 34 गंभीर अपराधों में दोषी ठहराया गया. 

इससे पहले ट्रंप के पूर्व अटॉनी जनरल विलियम बार ने एक बयान जारी किया था. और ट्रंप के खिलाफ चल रहे मामलों को खत्म करने का आग्रह किया था. 

वीडियो: दुनियादारी: डॉनल्ड ट्रंप की जीत की पूरी कहानी क्या है? कमला हैरिस से कहां चूक हो गई?

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