डेटॉल साबुन. टीवी ऐड में इसे कीटाणुओं से 'लड़ते' हुए और उनका 'सफाया' करते हुएदिखाया जाता है. फिलहाल डेटॉल बनाने वाली कंपनी कीटाणुओं से नहीं मशहूर कंपनी'डाबर' से लड़ रही है. कोर्ट में.डेटॉल साबुन बनाने वाली कंपनी का नाम रेकिट बेनकाइजर (Reckitt Benckiser) है. इसनेदिल्ली हाईकोर्ट में याचिका डाली. आरोप लगाया कि डाबर ने अपने 'सैनिटाइज़' नाम केसाबुन में डेटॉल की डिज़ाइन चोरी की है. 'सैनिटाइज़' साबुन के शेप, हरे रंग कीपैकेजिंग और टैगलाइन 'be 100 percent sure' के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई गई और इस पररोक लगाने की मांग हुई.इस पर दिल्ली हाईकोर्ट ने डेटॉल को झटका देते हुए कहा कि 'सैनिटाइज़' और 'डेटॉल'साबुन में कन्फ्यूज़न नहीं हो सकता. हालांकि कोर्ट ने डाबर को 'सैनिटाइज़' साबुन कीबिक्री का लेखा-जोखा रखने का निर्देश दिया है. कोर्ट ने दोनों साबुन के बीच का अंतरभी बताया. जस्टिस राजीव शकधर की सिंगल जज बेंच ने ये अंतरिम फैसला दिया है.डेटॉल साबुन.डेटॉल और डाबर की दलील डेटॉल बनाने वाली रेकिट बेनकाइजर ने कहा कि डाबर ने द डिज़ाइन ऐक्ट, 2000की धारा 22 का उल्लंघन किया है. डाबर ने इसका खंडन करते हुए दलील दी कि साबुन काशेप और उसकी बाकी बनावट सार्वजनिक डिज़ाइन पर आधारित है. डाबर ने कहा कि बिजनेस मेंसामान्य साबुन के रंग और जनरिक टैगलाइन को याचिकाकर्ता का सांपत्तिक अधिकार(Proprietary Rights) नहीं बनाया जा सकता.कोर्ट ने क्या कहा?कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि गोलाकार कॉर्नर और दोनों तरफ से दबे साबुन कीडिज़ाइन यूनिलिवर ने 1989 और 1995 में पब्लिश की थी. यही डिज़ाइन डेटॉल साबुन कीहै. इस आधार पर डाबर का दावा मजबूत हुआ कि डेटॉल का 'डिज़ाइन रजिस्ट्रेशन' सही नहींहै.डाबर सैनिटाइज़ साबुन.'टैगलाइन रजिस्टर्ड नहीं'टैगलाइन विवाद पर कोर्ट ने कहा कि ये बिजनेस की 'वर्तमान भाषा' की लाइन पर पारंपरिकलगती है. साथ ही कोर्ट ने जोड़ा कि डेटॉल की न तो टैगलाइन और न ही दूसरे फीचर्सट्रेडमार्क अथॉरिटी में रजिस्टर किए गए. कोर्ट ने कहा कि डेटॉल ने कोई ऐसा सर्वे भीसामने नहीं रखा है, जिससे कम से कम प्रथमदृष्टया लगे कि उनकी टैगलाइन और फीचर अलगहैं.कोर्ट ने दोनों साबुनों में अंतर बताते हुए कहा, डाबर के प्रोडक्ट में मोटे अक्षरोंमें 'Dabur' लिखा हुआ है. बैकग्राउंड कलर गाढ़े हरे रंग का है, जबकि डेटॉल कीपैकेजिंग में सफेद और हल्के हरे रंग का मिश्रण है. डाबर की पैकेजिंग में क्रॉस औरशील्ड बना हुआ है जबकि डेटॉल साबुन पर 'प्लस' का साइन है. ग्राहक निश्चित तौर पर'डाबर' शब्द को 'डेटॉल' से कन्फ्यूज नहीं कर सकता. कोर्ट ने ये भी कहा कि बाज़ारमें कई साबुन हैं, जिनके रंग, शेप और गंध मिलते-जुलते हैं.