बाढ़ कार में फंसी थी, दंपती छत पर बैठे आराम से बतियाते रहे, वीडियो वायरल
नदी का पानी सड़क तक आ गया था. दंपती को लगा कि वो निकल जाएंगे. लेकिन जैसे ही वो आगे बढ़े नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया और कार पानी में बहकर सड़क से 1.5 किमी दूर चली गई.
नदी का तेज़ बहाव है. उफनाती हुई नदी के बीचोबीच एक कार फंसी दिख रही है. जलस्तर ऐसे समझिए कि कार के लगभग ऊपर से पानी बह रहा है. इस कार के ऊपर दो लोग बैठे हैं. दोनों पति-पत्नी हैं. पिछले दो घंटे के कार की छत पर बैठकर दोनों रेस्क्यू टीम का इंतजार कर रहे हैं. इस परिस्थिति में कोई भी फंसेगा तो हाथ-पैर फूल जाएंगे. डर के मारे बोलती बंद हो जाए. मगर इस दंपती ने जितने साहस और धैर्य के साथ अपने आप को संभाला वो काबिल-ए-तारीफ है. बीच नदी में फंसने के दौरान पति-पति आराम से बैठे दिखे. दोनों एक-दूसरे से बात करते रहे और शांत रहे. ये घटना है गुजरात के बनासकांठा की. और इसका वीडियो देखकर लोग दंपती की तारीफों के पुल बांध रहे हैं.
इकॉनमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक यह घटना रविवार 8 सितंबर को हुई जब दंपती ने इदर शहर में एक रास्ते को पार करने की कोशिश की. नदी का पानी सड़क तक आ गया था. लेकिन दंपती को लगा कि वो निकल जाएंगे. लेकिन जैसे ही वो आगे बढ़े करोल नदी का जलस्तर अचानक से बढ़ गया और कार पानी में बहकर सड़क से 1.5 किमी दूर चली गई. कार जलमग्न हो गई. इस दौरान दंपती ने सूझबूझ का परिचय देते हुए डूबने से बचने के लिए कार की छत का सहारा लिया. और लगभग दो घंटे तक वो कार की छत पर बैठे रहे.
इस दौरान आश्चर्यजनक रूप से दंपती का रवैया बेहद शांत रहा. तेज लहरों के बीच फंसे होने के बावजूद दोनों एक दूसरे से बातचीत में व्यस्त दिखे. इस दौरान मदद के लिए उन्हें फोन कॉल करते हुए भी देखा गया. दंपती ने बिना पैनिक हुए धैर्य के साथ रेस्क्यू का इंतजार किया. इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. लोग इस पर तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
एक शख्स ने लिखा,
‘बस यही कॉन्फिडेंस चाहिए लाइफ में कि कितना भी दुख हो टेंशन नहीं लेने का.’
एक अन्य व्यक्ति ने,
‘बस इतना टेंशन फ्री और निडर होना है.’
एक दूसरे शख्स ने लिखा,
‘ये अंकल-आंटी इतनी मुसीबत में भी कितनी आराम से चिल्ल मार कर बैठे हैं.’
एक अन्य शख्स ने लिखा, बाढ़ में फंसी कार तो छत पर जा बैठे दंपती, अब वीडियो देख लोग कह रहे- 'यही कॉन्फिडेंस चाहिए'
‘जाको राखे साइयां मार सके न कोय’
एक व्यक्ति ने लिखा,
‘लाइफ लेसन- डोंट पैनिक, स्टे काल्म’
इस बीच कई लोगों ने दंपती के बाढ़ वाले रास्ते पर जाने पर भी सवाल किया और कहा कि उन्हें बाढ़ग्रस्त इलाके में जाने से बचना चाहिए था.
रिपोर्ट के मुताबिक, तकरीबन दो घंटे बाद जब नदी में पानी का स्तर कम हुआ तब फायर डिपार्टमेंट के कर्मियों ने दंपती को सफलतापूर्वक नदी से बाहर निकाल लिया. दो घंटे के रेस्क्यू के बाद कार की छत पर फंसे रहे सुरेश मिस्त्री ने बताया कि एक अन्य वाहन को सफलतापूर्वक गुजरते देखने के बाद उन्होंने रास्ता पार करने का फैसला किया था. लेकिन जैसे ही वो आगे बढ़े, जलस्तर बढ़ गया और धारा इतनी तेज हो गई कि उनकी कार बह गई. उन्होंने तुरंत मदद के लिए फायर ब्रिगेड और पुलिस को कॉल किया था. दंपती को बिना किसी चोट के सुरक्षित बचा लिया गया है .
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