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ऐसा पहली बार हुआ है 80 हजार सालों में, भारत में धूमकेतू दिख रहा है सीधी आंखों से

भारत में लद्दाख, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना जैसी जगहों से लोग इस धूमकेतु/कॉमेट की तस्वीरें साझा कर रहे हैं.

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Comet in Indian sky
लद्दाख में दिखा कॉमेट A3 (तस्वीर : एक्स)
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सौरभ शर्मा
15 अक्तूबर 2024 (Published: 21:37 IST)
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सूर्य का चक्कर काटने वाले गैसीय पिंड ‘कॉमेट’ या ‘धूमकेतु’ सुर्खियों में हैं. क्योंकि एक पुराना कॉमेट इन दिनों पृथ्वी के पास से गुजर रहा है. इसे बिना किसी टेलीस्कोप की सहायता के सीधा आंखों से देखा जा सकता है. भारत में भी कई जगहों से लोग इसकी फोटो खींच कर शेयर कर रहे हैं. इस कॉमेट का पूरा नाम C/2023 A3 - Tsuchinshan ATLAS है. अगर अभी आप इसे देखने से चूक गए तो आपको 80 हजार साल तक इसका इंतजार करना पड़ सकता है. 

सामान्य तौर पर आकाश में दो तरह के पिंड घूमते नजर आते हैं. उल्का पिंड यानी मेटियोरॉइड और दूसरा धूमकेतु यानी कॉमेट. धूमकेतु बर्फ, धूल और गैस से बने होते हैं और सूर्य का चक्कर काटते हैं. वहीं उल्का पिंड धातु से बने होते हैं. ये एस्टेरॉयड से टूट कर बनते हैं.

इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक कॉमेट A3, 28 सितंबर को सूर्य के पास से गुजरने के कारण चर्चा में आया. जब भी कोई धूमकेतु सूर्य के पास से गुजरता है तो उसमें उपस्थित गैसें और बर्फ भाप बन कर उड़ जाते हैं. इसी से पूंछ नुमा एक आकृति बनती है. ऐसा ही कॉमेट A3 के साथ हो रहा है. इसी कारण इसे नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है. हालांकि दूरबीन या छोटे टेलिस्कोप की सहायता से इसे ज्यादा स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है.

कब दिखा पहली बार?

BBC की खबर के मुताबिक इस धूमकेतु को पहली बार जनवरी 2023 में चीन में त्सुचिनशान ऑब्जर्वेटरी ने देखा था. बाद में नासा के एटलस ने भी इसका पता लगाया. इसी कारण इसका पूरा नाम दोनों जगहों को मिलाकर C/2023 A3 - Tsuchinshan ATLAS रखा गया. शॉर्ट में इसे 'कॉमेट A3' कहते हैं.

क्यों है खास?

क्योंकि कॉमेट सौरमंडल के बाहरी हिस्सों से आते हैं. ये लंबी दूरी तय कर सूर्य के करीब पहुंचते हैं. कॉमेट A3 पिछले 10 सालों में दिखाई देने वाले लगभग सभी कॉमेट की तुलना में सबसे अधिक स्पष्ट और चमकीला है. 28 सितंबर के बाद से ये लगातार सूर्य से दूर जा रहा है. इसे देखने के लिए 14 से 24 अक्टूबर के बीच का समय सबसे मुफीद माना जा रहा है. इसके बाद ये कॉमेट 80 हजार साल तक पृथ्वी के आसमान में नहीं लौटेगा. यही बात इसे खास बनाती है.

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भारत में लद्दाख, तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना जैसी जगहों से लोग इस धूमकेतु/कॉमेट की तस्वीरें साझा कर रहे हैं. ऐसे ही चेन्नई से शिवा नाम के एक सोशल मीडिया यूजर ने कॉमेटA3 की तस्वीर साझा की है. उन्होंने लिखा,

'आज शाम चेन्नई के आसमान में कॉमेट C/2023 A3 - Tsuchinshan ATLAS देखा. बादलों के बावजूद यह नंगी आंखों से दिखाई दे रहा था और तस्वीरों में एक अच्छी, लंबी पूंछ भी दिखाई दे रही है.

धूमकेतु की थोड़ी पुरानी तस्वीर भी पोस्ट कर रहा हूं जो मैंने 28 सितंबर को अंगकोर वाट से ली थी.'

इसी तरह कर्नाटक से 'Erthian' नाम के एक यूजर ने कॉमेट की 13 अक्टूबर के दिन की फोटो साझा की है.

इसी तरह कई यूजर्स सोशल मीडिया पर अपना अनुभव साझा कर रहे हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस कॉमेट को सुबह के समय आसानी से देखा जा सकता है. अगर आपने भी इस कॉमेट को देखा है तो कॉमेंट बॉक्स में अपना अनुभव साझा करें.

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