भारत सरकार ने एक नया मैप जारी किया है. देश का या किसी क्षेत्र विशेष का नहीं,बल्कि ड्रोन का मैप. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने ‘एयरस्पेस मैप ऑफ इंडिया’ तैयारकिया है. ये बताता है कि सिविलियन ड्रोन किन क्षेत्रों में उड़ाए जा सकते हैं, कहांनहीं उड़ाए जा सकते हैं और कहां कुछ पाबंदियों के साथ उड़ाए जा सकते हैं. ‘मैप मायइंडिया’ नाम की कंपनी और IT सर्विस फर्म ‘हैपियस्ट माइंड’ ने मिलकर ये मैप तैयारकिया है. इसके बाद इसे डायरक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन यानी DGCA की तरफ सेअनुमति भी मिल गई और अब इसे देश भर में लागू कर दिया गया है.रेड, यलो, ग्रीन ज़ोनइस इंटरेक्टिव मैप में पूरे देश के हवाई क्षेत्रों को रेड, येलो और ग्रीन ज़ोन मेंबांटा गया है. # ग्रीन ज़ोन में 400 फीट तक और किसी ऑपरेशनल एयरपोर्ट की 8 से 12किमी रेंज के बीच में ड्रोन को 200 फीट तक उड़ान के लिए अनुमति की आवश्यकता नहींहै. # ग्रीन जोन में 500 किलोग्राम तक वजन वाले ड्रोन 400 फीट की ऊंचाई तक उड़ानेके लिए किसी अनुमति की ज़रूरत नहीं होगी. # ऑपरेशनल एयरपोर्ट की 8 से 12 किमी रेंजके बीच में 200 फीट से ज़्यादा ऊपर ड्रोन ऑपरेट करना है तो ये येलो ज़ोन में आएगा.# येलो ज़ोन में ड्रोन संचालन के लिए मामले के अनुसार संबंधित हवाई यातायातनियंत्रण प्राधिकरण- जैसे एएआई, आईएएफ, नौसेना, एचएएल आदि से अनुमति की आवश्यकताहोती है. # इसके अलावा रेड ज़ोन का मतलब है नो ड्रोन ज़ोन. इस सीमा के भीतर केंद्रसरकार की अनुमति के बिना ड्रोन ऑपरेट नहीं किया जा सकता.कहां मिलेगा नक्शा?ड्रोन उड़ाने का ग्रीन, येलो या रेड ज़ोन कहां है, ये पता लगाने के लिए नक्शा आपकोमिलेगा DGCA के डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘डिजिटल स्काई’ (Digital Sky) पर. अगर आप येदेखना चाहते हैं कि किसी क्षेत्र विशेष में ड्रोन उड़ा सकते हैं या नहीं तो इस लिंकपर जाइए - https://digitalsky.dgca.gov.in/home इस लिंक पर जाने के बाद आपको ऐसीविंडो दिखेगी. इस पेज पर पहुंचने के बाद Interactive Airspace Map पर क्लिक करिए.फिर आप इस पेज पर पहुंचेंगे, जहां नक्शा बना दिखेगा. इस पेज पर टॉप-राइट कॉर्नर परआपको एक आइकन दिखेगा. ऊपर जो तस्वीर लगाई है, उसमें ये आइकन जापान के ऊपर दिख रहाहै. इस आइकन पर क्लिक करने पर आपकी स्क्रीन पर विज़ुलाइजेशन का ऑप्शन आएगा. कुछऐसा. अब आप ज़ूम करके उस राज्य और शहर के मैप में दाखिल होइए, जहां पर ड्रोन ऑपरेटकरने का स्टेटस आपको जानना है. और साथ ही विज़ुलाइजेशन वाले कॉलम में से वो ज़ोनसेलेक्ट करिए, जिसके बारे में आपको जानना है. मान लीजिए मुझे जानना है कि कानपुरशहर में येलो ज़ोन कहां-कहां है. तो मैं ज़ूम करके कानपुर तक पहुंचूंगा और एयरपोर्टयेलो सेलेक्ट करूंगा. फिर ऐसा दिखेगा. सरकार की तरफ से कहा गया है कि जो लोग भीड्रोन ऑपरेट करना चाहते हैं, वो ये नक्शा देखकर ही करें. ये सबके लिए सुलभ हो,इसीलिए इस पर कोई पासवर्ड या लॉगिन जैसे औपचारिकताएं नहीं रखी गई हैं. इसे समय-समयपर अपडेट भी किया जाएगा.25 से घटकर 5 फ़ॉर्मसरकार लगातार ड्रोन उड़ाने के नियमों को सुरक्षित बनाने के लिए नीतियां तैयार कररही हैं. हाल ही में राष्ट्रीय ड्रोन नीति का मसौदा भी सामने रखा गया था. संशोधितड्राफ़्ट के मुताबिक, ड्रोन उड़ाने के नियमों को आसान किया गया है. कई तरह केअप्रूवल को रद्द कर दिया गया है. अब इन अप्रूवल की ज़रूरत नहीं पड़ेगी. पहले की तरह25 फ़ार्म भरने की जरूरत नहीं होगी. अब सिर्फ 5 फ़ॉर्म ही भरने होंगे. पहली कीतरह कई शुल्क भी नहीं लगेंगे. अब सिर्फ 4 तरह के शुल्क लगेंगे. इसके अलावा डिजिटलस्काई प्लेटफॉर्म को ऑनलाइन सिंगल-विंडो सिस्टम के रूप में विकसित किया जा रहा है.