The Lallantop
X
Advertisement
  • Home
  • News
  • China is pushing pakistan to a...

चीन को पाकिस्तान पर भरोसा नहीं, CPEC की हिफाजत में लगाना चाहता है चाइनीज फोर्स

Pakistan में हाल के दिनों में चीनी नागरिकों पर हमले की घटना बढ़ी है. इन हमलों को रोकने में Pakistan की विफलता से China नाराज है. और अपनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चीन पाकिस्तान में अपनी सुरक्षा एजेंसियों को तैनात करने के लिए दबाव बना रहा है.

Advertisement
Pakistan chinese citizen karachi airport beijing
पाकिस्तान में में हाल के दिनों में चीनी नागरिकों पर हमले की घटना बढ़ी है. (REUTERS)
pic
आनंद कुमार
13 नवंबर 2024 (Published: 10:44 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

पाकिस्तान (Pakistan) के कराची हवाई अड्डे के बाहर हुए बम विस्फोट में दो चीनी नागिरकों (Chinese under attack in pak) की मौत हो गई थी. जिसके बाद से चीन पाकिस्तान में काम कर रहे हजारों चीनी नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है. और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चीनी सुरक्षा एजेंसियों के तैनाती के लिए दबाव बना रहा है.

पिछले महीने कराची हवाई अड्डे के पास हुए बम विस्फोट में दो चीनी इंजीनियरों की मौत हो गई थी. जो थाईलैंड में छुट्टियां मनाकर एक प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए वापस लौट रहे थे. पाकिस्तान में हाल के दिनों में चीनी नागरिकों पर हमले की घटना बढ़ी है.  इन हमलों को रोकने में पाकिस्तान की विफलता से चीन नाराज है. और उसने पाकिस्तान पर संयुक्त सुरक्षा प्रबंधन प्रणाली के लिए औपचारिक वार्ता शुरू करने का दबाव डाला है.

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, चीन ने पाकिस्तान को एक लिखित प्रस्ताव भेजा है. जिसमें चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए चीन की सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती की मांग की गई है.  चीनी प्रस्ताव में एक क्लॉज का जिक्र किया गया है, जो आतंकवाद-रोधी अभियानों में सहायता करने और संयुक्त हमले करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों और सैन्य बलों को एक-दूसरे के क्षेत्र में भेजने की अनुमति देता है.

पाकिस्तानी सरकार से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान ने अभी तक इस तरह के किसी कदम पर सहमति नहीं जताई है. और पाकिस्तानी एजेंसियां इस प्रस्ताव के खिलाफ हैं. पाकिस्तानी अधिकारियों के मुताबिक दोनों देशों के बीच संयुक्त सुरक्षा प्रणाली स्थापित करने पर आम सहमति बन गई है. और पाकिस्तान सुरक्षा बैठकों और समन्वय में चीनी अधिकारियों की भागीदारी के लिए तैयार है. लेकिन जमीनी स्तर पर सुरक्षा व्यवस्था में उनकी भागीदारी पर कोई सहमति नहीं बन पाई.

ये भी पढ़ें - भारत की टीम ने पाकिस्तान जाने से मना किया? पाकिस्तान भी नाम वापस ले सकता है!

हालांकि इस मामले में बीजिंग और इस्लामाबाद की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रॉयटर्स को बताया कि संयुक्त सुरक्षा योजना पर बातचीत के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं हैं. लेकिन चीन पाकिस्तान के साथ सहयोग को मजबूत करना जारी रखेगा. और चीनी कर्मचारियों, परियोजनाओं और संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा.

वीडियो: BCCI पर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने कौन से आरोप लगाए?

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement