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LAC पर सामान्य होंगे हालात! भारत के बाद अब चीन ने भी कर दी समझौते की पुष्टि

इससे पहले, 21 अक्टूबर को भारतीय विदेश मंत्रालय ने India-China के बीच LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर एक समझौता होने का एलान किया था. अब चीन ने भी इसकी पुष्टि की है.

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china first statement on resolving the LAC dispute with india
LAC विवाद पर भारत के साथ बनी सहमति पर चीन का पहला बयान आया है. (फाइल फोटो: आजतक)
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सुरभि गुप्ता
22 अक्तूबर 2024 (Updated: 22 अक्तूबर 2024, 14:52 IST)
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भारत-चीन के बीच LAC (Line of Actual Control) विवाद सुलझने पर चीन का पहला बयान आया है. भारत के बाद अब चीन ने भी LAC पर गतिरोध खत्म होने की बात कही है. इससे पहले, 21 अक्टूबर को भारतीय विदेश मंत्रालय ने India-China के बीच LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर एक समझौता होने का एलान किया था. अब चीन ने पूर्वी लद्दाख में सैन्य गतिरोध खत्म करने के लिए भारत के साथ समझौता होने की पुष्टि की है. ये जानकारी चीनी न्यूजपेपर ग्लोबल टाइम्स ने चीन के विदेश मंत्रालय के हवाले से दी है.

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान से विवादित क्षेत्रों में सीमा गश्त को लेकर दोनों देशों के बीच समझौते के बारे में सवाल किया गया. ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक इस पर लिन जियान ने जवाब दिया,

"चीन और भारत ने सीमा से जुड़े मुद्दों के बारे में कूटनीतिक और सैन्य चैनलों के जरिए बातचीत बनाए रखी है. दोनों पक्ष एक समाधान पर पहुंच गए हैं, जिसे चीन सकारात्मक रूप से देखता है. अगले फेज में, चीन समाधान की योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए भारत के साथ काम करेगा."

बता दें कि 21 अक्टूबर को भारत विदेश मंत्रालय ने कहा था कि दोनों देशों के बीच सीमा से सेना हटाने को लेकर सहमति बन गई है. 

ये भी पढ़ें- चीन कर रहा युद्ध की तैयारी? शी जिनपिंग सैनिकों से बोले- 'जंग की मजबूत तैयारी कीजिए... '

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा था,

"पिछले कई हफ्तों से, भारतीय और चीनी राजनयिक और सेना के अधिकारी अलग-अलग मंचों पर बातचीत कर रहे थे. पिछले कई हफ्तों में हुई चर्चाओं का नतीजा सार्थक रहा. भारत-चीन सीमा क्षेत्र में LAC पर पेट्रोलिंग को लेकर एक समझौता हुआ है. और इससे सीमा पर डिसइंगेजमेंट किया जाएगा. यानी अतिरिक्त सेना की वापसी हो रही है. और आखिरकार 2020 में इन क्षेत्रों में पैदा हुए विवाद का समाधान निकाला जा रहा है."

इस तरह भारत और चीन दोनों देशों की ओर से सैन्य गतिरोध खत्म करने की दिशा में बनी आपसी सहमति की घोषणा कर दी गई है. ऐसे में अब रूस में हो रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भारत के PM मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठक होने की संभावना जताई जा रही है. हालांकि, फिलहाल दोनों देशों ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है. 

बता दें कि ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 22 से 24 अक्टूबर तक रूस के शहर कजान में आयोजित किया जा रहा है. ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स के मूल सदस्य हैं. 1 जनवरी, 2024 को BRICS में ईरान, मिस्र, इथियोपिया और संयुक्त अरब अमीरात को शामिल किया गया. वहीं सऊदी अरब एक आमंत्रित राष्ट्र के तौर पर BRICS की गतिविधियों में हिस्सा लेता है. हालांकि, इसका अभी आधिकारिक रूप से BRICS शामिल होना बाकी है.

वीडियो: दुनियादारी: SCO समिट पहुंचे एस जयशंकर ने चीन और पाकिस्तान को क्यों सुनाया?

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