छत्तीसगढ़ के नए डिप्टी सीएम विजय शर्मा को क्यों कहा जाता है हिंदुत्व का टेक्नीशियन, 2021 के सांप्रदायिक तनाव से क्या है नाता
विजय शर्मा छत्तीसगढ़ की कवर्धा विधानसभा सीट से भारी मतों से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं. उन्हें डिप्टी सीएम बनाने के पीछे उनकी इसी रिकॉर्ड जीत का योगदान माना जा रहा है. चुनावी शपथपत्र के मुताबिक छत्तीसगढ़ के इन नये डिप्टी सीएम पर 12 लाख से ज्यादा की देनदारियां हैं.
छत्तीसगढ़ को आखिरकार विष्णुदेव साय (Vishnudev Sai) के रूप में उसका पहला आदिवासी मुख्यमंत्री मिला तो साथ में दो-दो नये डिप्टी सीएम भी मिले. पहला अरुण साव और दूसरा विजय शर्मा. इनमें से अरुण साव (Arun Saw) का नाम तो सीएम की रेस में भी था, लिहाजा उनके डिप्टी सीएम बनने से किसी को हैरानी नहीं हुई. मगर ताज्जुब हुआ विजय शर्मा (Vijay Sharma) का नाम सुनकर क्योंकि इससे पहले छत्तीसगढ़ की सियासत में ये नाम पहली कतार में तो हरगिज शामिल नहीं था. लिहाजा ये जानना तो बनता है कि विजय शर्मा हैं कौन और आखिर किस बात पर खुश होकर बीजेपी (BJP) आलाकमान ने बतौर उपमुख्यमंत्री (Deputy CM of Chhattisgarh) उनकी ताजपोशी कर दी है.
कौन हैं विजय शर्मा: बात 2018 की है. छत्तीसगढ़ की कवर्धा विधानसभा सीट से भूपेश बघेल के करीबी मोहम्मद अकबर को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया. मोहम्मद अकबर ने इस सीट पर भाजपा को 60 हजार वोटों से करारी शिकस्त दी. चुनाव बाद जब बघेल सूबे के सीएम बने तो उन्होंने अकबर को अपना मंत्री बनाया ताकि भाजपा वालों को उनकी करारी हार की याद सताती रहे. 2023 में बघेल के उसी सियासी गुरूर को खंड-खंड करने की जिम्मेदारी बीजेपी आलाकमान ने विजय शर्मा को सौंपी. कवर्धा में विजय शर्मा बनाम मोहम्मद अकबर की जबरदस्त टक्कर देखने को मिली. जब 3 दिसंबर को नतीजे आये तो बघेल के सबसे भरोसेमंद सिपहसलार अपना चुनाव करीब चालीस हजार वोटों से हार चुके थे. भगवा ब्रिगेड ने कांग्रेस से अपना 5 साल पुराना हिसाब चुकता कर लिया था. ऐसे में बतौर डिप्टी सीएम विजय शर्मा के नाम का ऐलान उसी विशाल जीत के पुरस्कार के तौर पर देखा जा रहा है.
छत्तीसगढ़ में हिंदुत्व के टेक्नीशियन: भगवा झंडा विवाद की वजह से अक्टूबर 2021 में करीब 18 दिन कवर्धा शहर में धारा 144 लागू की गई थी. हालात इतने बिगड़ गए कि यहां कर्फ्यू लगाना पड़ा और जिले में इंटरनेट की सेवाएं बंद करनी पड़ी. कुछ घरों से भगवा झंडे उतारकर फेंक देने की घटनाएं सामने आईं. उसके बाद हिंदू संगठनों ने एक बड़ा आयोजन किया. इसमें 120 फीट ऊंचा भगवा झंडा फहराया गया. झंडा रोहण के इस कार्यक्रम का कांग्रेस ने विरोध नहीं किया बल्कि आयोजन का समर्थन करते हुए अखबारों में विज्ञापन दिए. कवर्धा में फैले सांप्रदायिक तनाव के मामले में सरकार ने कई भाजपा नेताओं को जेल भेजा था. उन्हीं में से एक थे भाजपा के तत्तकालिन प्रदेश महामंत्री और आज डिप्टी सीएम विजय शर्मा. वो दिन और आज का दिन विजय शर्मा को छत्तीसगढ़ में हिंदुत्व का टेक्नीशियन कहा जाने लगा.
विजय शर्मा की पढ़ाई-लिखाई: 19 जुलाई 1973 को जन्मे विजय शर्मा ने रायपुर के पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय से फिजिक्स में MSc की पढ़ाई की है. 50 साल के विजय शर्मा ने साल 2001 में भोपाल के मध्य प्रदेश भोज ओपन यूनिवर्सिटी से MCA की पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री भी हासिल की है. वो भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) की छत्तीसगढ़ शाखा के प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुके हैं. मौजूदा समय में वो बीजेपी के छत्तीसगढ़ प्रदेश महामंत्री भी हैं.
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विजय शर्मा की संपत्ति: अब जरा बात कर लेते हैं विजय शर्मा की संपत्तियों की. 2023 के विधानसभा चुनाव में नामांकन पत्र के साथ उन्होंने जो शपथपत्र दिया था, उसके मुताबिक विजय शर्मा की कुल आय पांच लाख रुपये है. शपथपत्र के मुताबिक विजय शर्मा की कुल चल संपत्ति 6,720,000 रुपये और कुल अचल संपत्ति 13,000,000 रुपये है. यानी करीब दो करोड़ की कुल जायदाद है छत्तीसगढ़ के नए डिप्टी सीएम के पास. जबकि उनकी कमाई का जरिया किराया और व्यवसाय से होने वाली आय है. इन सबके साथ-साथ विजय शर्मा पर 12,80,000 रुपयों की देनदारियां भी हैं.
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