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छत्तीसगढ़ में भालुओं का बढ़ा आतंक, 24 घंटे में सात लोगों हमला किया, दो की मौत

भालू के हमले में मरने वालों में एक 13 साल की लड़की भी शामिल है.

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chhattisgarh 2 killed and 5 injured in bear attack in gaurela pendra marwahi
छत्तीसगढ़ में भालू के आतंक का मामला सामने आया है. (सांकेतिक तस्वीर-आजतक)
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सचेंद्र प्रताप सिंह
28 सितंबर 2024 (Published: 17:30 IST)
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यूपी में भेड़िए के आतंक के बीच छत्तीसगढ़ में भालू के खौफ का मामला सामने आया है. बियर लैंड मरवाही रेंज के आस-पास के गांवो में भालू के हमले में 2 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 5 लोग घायल हुए हैं. घायलों का इलाज स्थानीय अस्पताल में किया जा रहा है. 

इंडिया टुडे से जुड़े राकेश मिश्र की रिपोर्ट के मुताबिक घटना गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले की है. जहां भालुओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है. यहां 24 घंटे के भीतर 7 लोगों पर भालुओं ने हमला कर दिया. जिसमें से 2 की मौत हो गई. वहीं घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. मरने वाले में 13 साल की लड़की विद्या केवट भी है. जो शुक्रवार, 27 जुलाई की शाम खेत में बकरी चराने गई थी. तभी भालू ने उस पर हमला कर दिया. हमले में भालू ने बच्ची की पीठ और चेहरे को बुरी तरह से नोच लिया. जिसके बाद उसकी मौत हो गई. 

शनिवार को भी जिले बेलझिरिया, करगी कला, खुरपा इलाके में भी लोगों पर हमले हुए, जिसमें एक और व्यक्ति की मौत हो गई. जबकि 5 को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. भालुओं के बढ़ते आतंक पर अभी तक सरकार की तरफ से कोई जानकारी नहीं आई है. 

ये भी पढ़ें- 'पीछा कर-कर के परेशान कर रखा था...' लड़की ने दोस्त के साथ मिलकर मर्डर कर दिया

बता दें कि मरवाही वन मंडल के आसपास इलाके में 45 दिन के अंदर 25 से जादा लोगों पर हमले हुए हैं. भालुओं के बढ़ते आतंक पर जानकारों का कहना है कि जंगलों की कटाई के कारण ऐसा हो रहा है. इसके अलावा कहा जा रहा है कि पूरे इलाके में अवैध उत्खनन, कब्जे के कारण जीव लगातार आबादी की ओर बढ़ रहे हैं और वो हमले कर रहे हैं. 

यूपी में भी जंगली जानवर का आतंक

यूपी के बहराइच जिले के कम से कम 35 गांव भेड़ियों के आतंक से परेशान हैं. मार्च से अब तक भेड़ियों का झुंड 10 लोगों को अपना शिकार बना चुका है. वहीं, कई लोग भेड़ियों के हमले में घायल हो चुके हैं. वन विभाग की टीम उन्हें पकड़ने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रही है. कभी बकरी का सहारा लिया गया. तो कभी ड्रोन का. कई हफ्तों और महीनों की मशक्कत के बाद 10 सितंबर को पांचवां भेड़िया पकड़ लिया गया था. लेकिन छठा भेड़िया अब भी आजाद घूम रहा है.

वीडियो: तारीख: जब बेंगलुरु के पास आदमखोर भालू ने मचा दिया था आतंक

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