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'भारत की अखंडता का सम्मान...', कनाडा के बदले सुर! अब निज्जर पर कही ये बात

कनाडा के उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन बोले- सितंबर 2023 में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन तक दोनों देशों के संबंधों में सुधार हुआ और दोनों देश एक विदेशी व्यापार समझौते पर भी काम कर रहे थे. फिर कनाडाई नागरिक निज्जर की हत्या के बाद...

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कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ (फाइल फोटो- इंडिया टुडे)
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ज्योति जोशी
7 अक्तूबर 2024 (Published: 11:12 IST)
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खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और कनाडा के बीच तनाव की स्थिति बनी हुई है (India Canada Ties). अब कनाडा ने एक बयान में भारत की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने की बात कही है. माना जा रहा है कि कनाडा के इस रुख से दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार हो सकता है.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, 4 अक्टूबर को ओटावा में कनाडाई विदेशी हस्तक्षेप आयोग की सार्वजनिक सुनवाई हुई. इस दौरान उप विदेश मंत्री डेविड मॉरिसन ने कहा,

कनाडा की नीति बहुत साफ है कि भारत की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए. भारत एक है और ये बहुत साफ कर दिया गया है. कनाडा और भारत कई दशकों से साझेदार हैं. भारत एक महत्वपूर्ण वैश्विक खिलाड़ी बनता जा रहा है और कनाडा अपनी नीतियों में इसका ध्यान रख रहा है.

आगे कहा,

सितंबर 2023 में हुए जी-20 शिखर सम्मेलन तक दोनों देशों के संबंधों में सुधार हुआ और दोनों देश एक विदेशी व्यापार समझौते पर भी काम कर रहे थे. हालांकि कनाडाई नागरिक निज्जर की हत्या के बाद दोनों देशों के रिश्तों में कुछ बदलाव हुआ. वो विवाद 41 राजनयिकों के निष्कासन के साथ खत्म हुआ. दोनों देशों के बीच संबंध फिलहाल जटिल स्थिति में हैं लेकिन दोनों देशों के बीच संवाद के रास्ते खुले हैं और बातचीत जारी है.

बता दें, सितंबर 2023 में कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों की कथित भागीदारी को लेकर हाउस ऑफ कॉमन्स में बयान दिया था. तब भारत ने ट्रूडो के आरोपों को बेतुका बताकर खारिज कर दिया और कनाडा के खालिस्तान समर्थक सिखों का केंद्र बनने पर चिंता व्यक्त की. कनाडा ने निज्जर मामले की जांच के दौरान चार भारतीय नागरिकों को अरेस्ट किया था.

ये भी पढ़ें- कनाडा से अमेरिका में अवैध तरीके से घुस रहे हैं भारतीय, सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए

इस विवाद से दोनों देशों के बीच संबंधों पर बुरा असर पड़ा. फिर इस साल जून में लोकसभा चुनाव के बाद ट्रूडो ने पीएम नरेंद्र मोदी को फिर से चुने जाने पर बधाई देते हुए कहा था कि भारत के साथ बातचीत अब फिर से शुरू हो सकती है.

वीडियो: दुनियादारी: कनाडा में ट्रूडो की सरकार जाएगी, क्या खेला होने वाला है?

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