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उज्ज्वला योजना में बंपर फ्रॉड : साढ़े तीन लाख मौकों पर एक दिन में 2 से 20 बार गैस भरवाई गई

CAG की रिपोर्ट में पता चला कि 18 साल से कम उम्र के लोगों को भी सिलेंडर बांट दिए गए हैं.

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1 मई, 2016 को उत्तर प्रदेश के बलिया में प्रधानमंत्री मोदी ने ये स्कीम लॉन्च की थी.
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आदित्य
12 दिसंबर 2019 (Updated: 13 दिसंबर 2019, 13:10 IST)
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कॉम्पट्रोलर एंड ऑडिटर जनरल ऑफ इंडिया (CAG) की नई रिपोर्ट आई है. उज्ज्वला योजना को लेकर. 2015 में लॉन्‍च हुई इस योजना के तहत महिलाओं को LPG कनेक्‍शन दिया जाता है. केंद्र सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत अब तक 8 करोड़ से ज्‍यादा कनेक्‍शन दिए जा चुके हैं. CAG का मानना है कि इस योजना का भारी दुरुपयोग हो रहा है. रिपोर्ट में कहा गया है कि जरूरतमंदों की बजाए इस योजना का लाभ उन लोगों को मिल रहा, जिन्‍हें जरूरत नहीं है. CAG ने अपनी रिपोर्ट में योजना की कमियों को भी बताया है. रिपोर्ट की खास बातें-1. कई परिवारों को एक से ज्यादा LPG कनेक्शन दिए गए. 3.78 करोड़ LPG कनेक्शन में सिर्फ 1.6 करोड़ (करीब 42 फीसद) लोगों को 'आधार' के आधार पर कनेक्शन दिए गए. 2. बीते साल जिन 1.93 करोड़ लोगों को कनेक्शन दिया गया था, उनमें से एक उपभोक्ता सालाना 3.66 नग LPG ही रिफिल करवाता है. 3. सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण 18 साल से कम उम्र के 80 हजार लोगों को कनेक्शन दे दिए गए. ऐसे ही 8.59 लाख कनेक्शन उन लोगों को दिए गए जो 2011 की जनगणना के आंकड़ों के अनुसार नाबालिग थे. यह प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना की गाइडलाइन और एलपीजी कंट्रोल ऑर्डर 2000 दोनों का उल्‍लंघन है. 4. 1.98 लाख उपभोक्ता साल में 12 से ज्यादा सिलेंडर रिफिल करा रहे हैं और ये जांच का विषय है. ये लोग सिलेंडर का कमर्शियल इस्तेमाल कर रहे होंगे, ऐसा लगता है. 5. प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को एलपीजी कनेक्शन जारी किया जाता है. लेकिन सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी के कारण 1.88 लाख पुरुषों को कनेक्शन मिले. 6. सिलेंडरों के कमर्शियल यूज का ख़तरा भी सामने आया. 3.44 लाख ऐसे मौके आए, जब एक दिन में एक ही कनेक्शन पर 2 से 20 बार रिफिल कराया गया. CAG की सिफारिशें1. एक परिवार को एक ही सिलेंडर मिले, इसके लिए परिवार के सभी 18+ लोगों के आधार का डेटा होना चाहिए. 2. सॉफ्टवेयर पर खास ध्यान देना चाहिए ताकि डेटा में कोई गलती न हो सके. 3. जिस किसी को उज्ज्वला योजना के जरिए कनेक्शन मिला हो उसका ई-केवाइसी होना जरूरी है. 4. अगर किसी नाबालिग को योजना का कनेक्शन मिला है तो उसके परिवार में 18+ लोगों के नाम पर कनेक्शन को ट्रांसफर किया जाना चाहिए. 5. उज्ज्वला योजना के जरिए जिन्हें कनेक्शन मिला है, वह कैसे इसका सुरक्षित तरीके से इसका इस्तेमाल करें, इसको लेकर कैम्पेन की जरुरत है.
वीडियो- ज़मीनी हकीकत (पार्ट-4) : घरों में सिलेंडर पहुंचाकर भी कैसे फेल हुई पीएम मोदी की उज्ज्वला योजना?

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