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हवाई जहाज बनाने वाली बड़ी कंपनी 17,000 लोगों को नौकरी से निकालेगी, CEO ने सबको मेल किया!

Boeing CEO Kelly Ortberg का कहना है कि कंपनी को कई तरह से मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में, वो अपने कुल वर्क फोर्स के आकार को लगभग 10 प्रतिशत तक कम करने की प्लानिंग कर रहे हैं.

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Boeing to cut 17000 jobs
कंपनी को अब 2026 में अपने 777X की पहली डिलीवरी की उम्मीद है. (फ़ोटो - रॉयटर्स)
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हरीश
12 अक्तूबर 2024 (Updated: 12 अक्तूबर 2024, 15:43 IST)
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जहाज बनाने वाली अमेरिका की मशहूर कंपनी बोइंग अपने संस्था में 17,000 नौकरियों में कटौती करने जा रही है.  रिपोर्ट के मुताबिक़, कंपनी तीसरी तिमाही में 5 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड घाटा दर्ज करने वाली है. क्योंकि एक महीने से चल रही हड़ताल के कारण बोइंग मुश्किलों में है. बोइंग के CEO केली ऑर्टबर्ग ने भी इसे लेकर अपने कर्मचारियों को एक मैसेज भेजा है.

अपने मैसेज में उन्होंने कहा कि उन्हें ‘फाइनेंशियल रियलटी के तहत’ अपने कर्मचारियों की संख्या कम करनी होगी. उन्होंने कहा कि केली ऑर्टबर्ग का कहना है कि वर्कफोर्स लेवल को फाइनेंशियल रियलटी के आसपास रीसेट किया जाएगा. जिससे प्राथमिकताओं पर फोकस किया जा सके. मतलब जिस हिसाब से कमाई होगी, उसे हिसाब से खर्च या उतने ही लोग कंपनी में काम के लिए रखा जाएगा. क्योंकि अमेरिका के पश्चिमी तट पर 33,000 कर्मचारियों की हड़ताल के कारण 737 मैक्स, 767 और 777 जेट विमानों का प्रोडक्शन बंद हो गया है.

न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स की ख़बर के मुताबिक़, केली ऑर्टबर्ग ने आगे कहा कि आने वाले महीनों में, वो अपने कुल वर्क फोर्स को लगभग 10 प्रतिशत तक (यानी 17,000 कर्मचारियों की नौकरी) कम करने की प्लानिंग कर रहे हैं. इन कटौतियों में अधिकारी, मैनेजर और कर्मचारी शामिल होंगे. 777X बोइंग का पहला जेटलाइनर है, जिसे पेश करने में भी देरी करने की प्लानिंग है. कंपनी को अब 2026 में अपने 777X की पहली डिलीवरी की उम्मीद है. क्योंकि बोइंग को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा है.

ये भी पढ़ें - पीएम मोदी, बाइडन के जहाज बनाने वाली कंपनी कौनसी है?

बता दें, मार्केट ट्रेडिंग के बाद कारोबार में बोइंग के शेयरों में 1.7% की गिरावट आई है. बोइंग ने अपने डिफेंस और बिज़नेस के क्षेत्र के लिए कुल 5 बिलियन डॉलर का शुल्क दर्ज किया है. बोइंग की तरफ़ से एक प्रेस रिलीज़ में बताया गया कि अब उसे 17.8 बिलियन डॉलर (लगभग 1.5 ट्रिलियन भारतीय रुपये) का रेवेन्यू, 9.97 डॉलर (838 भारतीय रुपये) प्रति शेयर का नुकसान और 1.3 बिलियन डॉलर (लगभग 1.09 ट्रिलयन भारतीय रुपये) का नेगेटिव ऑपरेशन कैश फ्लो की संभावना है.

बोइंग 2027 में अपने 767 मालवाहक कार्यक्रम (Freighter Program) को ख़त्म कर देगा, जब वो शेष 29 विमानों का ऑर्डर पूरा कर देगा और उनकी डिलीवरी कर देगा. हालांकि, KC-46A टैंकर का उत्पादन जारी रहेगा. बता दें, कंपनी ने सितंबर में लगभग हज़ारों कर्मचारियों को छुट्टी पर भी भेजा था. ऐसी ख़बर है कि उनके छुट्टी कार्यक्रम को भी ख़त्म करने की प्लानिंग है. ऐसी भी ख़बर है कि बोइंग स्टॉक और इक्विटी जैसी प्रतिभूतियों को बेचकर अरबों डॉलर जुटाने के विकल्पों पर विचार कर रही है.

वीडियो: रखवाले: भारतीय नौसेना डसॉल्ट से राफेल-M लेगी या बोइंग से F/A 18?

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