'बिहार का युवा सक्षम नहीं...' मंत्री के बयान और नौकरी पर क्या नियम बदलने पर बवाल मचा?
1.78 लाख शिक्षकों की भर्ती के प्रस्ताव के बाद ये फैसला लोगों को भड़का रहा...
'बिहार के युवा सक्षम नहीं हैं, इसलिए शिक्षक नियुक्ति में देश भर के अभ्यर्थियों को शामिल किया जा रहा है.'
ऐसा कहना है बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर का. चंद्रशेखर के इस बयान पर बवाल शुरू हो गया है. बयान आया 27 जून को, जब नीतीश कुमार की सरकार ने शिक्षक भर्ती नियमावली में बदलाव कर डोमिसाइल नीति को खत्म कर दिया. यानी अब बिहार में होने वाले शिक्षकों की भर्ती में पूरे देश के लोग हिस्सा ले सकेंगे. ज़ाहिर है, बिहार के लोगों में इस फैसले को लेकर गुस्सा है. फैसले पर मुहर लगने के बाद से ही शिक्षक संघ और अभ्यर्थी लगातार विरोध कर रहे हैं.
मंगलवार को इस फैसले के बाद शिक्षा मंत्री ने इसकी वजह भी बताई. चंद्रशेखर ने साथ में ये भी कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में जो टैलेंटेड छात्र हैं, वो इसमें हिस्सा लेंगे. चंद्रशेखर ने बताया कि बिहार में मैथ, केमिस्ट्री, फ़िज़िक्स और इंग्लिश के लिए अच्छे अभ्यर्थी नहीं मिल पाते हैं, पर अब ऐसा नहीं होगा.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चंद्रशेखर ने बताया कि ये कदम प्रमुख रूप से साइंस और अंग्रेज़ी में आने वाली समस्या को देखते हुए लिया गया है. विरोध पर बात करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा,
1.78 लाख भर्ती का प्रस्ताव‘हर बात का विरोध होता है. हम क्या कह सकते हैं इस पर?’
बता दें, आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक इसी साल 2 मई को प्राथमिक, मध्य और उच्च कक्षाओं के लिए 1.78 लाख शिक्षकों की भर्ती के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी. राज्य सरकार ने प्राथमिक शिक्षकों के 85,477, मध्यम वर्ग के 1,745, और उच्च वर्ग के लिए 90,804 शिक्षकों को भर्ती देने पर मुहर लगाई थी. यह भर्ती बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा की जानी है. राज्य सरकार के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया इस साल के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है.
राज्य में विरोधमंगलवार को कैबिनेट ने जैसे ही इस फैसले को मंजूरी दी, तब से ही राज्य भर में विरोध-प्रदर्शन चल रहा है. छात्र संघ के नेता दिलीप कुमार ने बताया कि बिहार सरकार का ये निर्णय बहुत गलत है. बिहार के अभ्यर्थियों के लिए हकमारी का काम किया गया है. शिक्षक नियमावली में संशोधन के विरोध में राज्य के युवा लगातार प्रदर्शन का आयोजन कर रहे हैं. प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ ने 01 जुलाई को बड़े विरोध प्रदर्शन का भी ऐलान किया है. शिक्षक संघ के अध्यक्ष दीपांकर ने सरकार से जल्द फैसला वापस लेने की मांग की है. युवाओं की मांग है कि राज्य शिक्षक भर्ती में डोमिसाइल नीति लागू होनी चाहिए.
वीडियो: ग्राउंड रिपोर्ट: इस बिहारी लड़के की बाते सुन हंसी नहीं रोक पाएंगे, बिहार की शिक्षा व्यवस्था की अनोखी बातें पता लगी