'देश में अगर कोई...' नीतीश कुमार की तारीफ में बड़ी बात बोल गए तेजस्वी यादव
नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद वो और तेजस्वी यादव मीडिया के सामने आए.
बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने और बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के फैसले के तुरंत बाद नीतीश कुमार ने राज्य में नई सरकार बनाने का रास्ता साफ कर दिया है. उन्होंने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात की और सरकार बनाने का दावा पेश किया. नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन में कुल 7 पार्टियां है. पिछले 8 सालों में यह दूसरी बार है जब नीतीश कुमार ने बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ा है. 2020 के चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और बीजेपी ने मिलकर चुनाव लड़ा था. जेडीयू तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, इसके बावजूद नीतीश कुमार को सीएम बनाया गया था.
RCP सिंह पर नीतीश ने क्या कहा?राज्यपाल से मुलाकात के बाद नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने एक साथ मीडियाकर्मियों से बात की. इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि महागठबंधन में निर्दलीय सहित 7 दलों के 164 विधायक शामिल हैं. उन्होंने कहा,
"पार्टी के सदस्यों की आज बैठक हुई जिसमें ये निर्णय हुआ कि हम इस गठबंधन को छोड़ दें. इसलिए मैं यहां राज्यपाल से मिलने आया और अपना इस्तीफा सौंप दिया. उनसे (बीजेपी) आज हमने रास्ता अलग कर लिया है. हमने 164 विधायकों की सूची के साथ सरकार बनाने का दावा पेश किया है. अब राज्यपाल पर है कि वे हमें कब बुलाते हैं."
बीजेपी से अलग होने के सवाल पर नीतीश कुमार ने बिना नाम लिए जेडीयू के पूर्व अध्यक्ष आरसीपी सिंह पर निशाना साधा. नीतीश ने कहा कि जिस आदमी को उन्होंने कहां से कहां आगे बढ़ाया, उसको लेकर काफी गड़बड़ सूचनाएं मिल रही थीं. उन्होंने कहा कि पार्टी के लोग उनसे कई दिनों से ये बता रहे थे और फैसला लेने को कह रहे थे. इसलिए आज मीटिंग बुलाई गई और सभी सदस्यों की राय पर अलग होने का फैसला लिया गया.
बीजेपी खत्म करने में लगी थी- तेजस्वी यादववहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी को छोड़कर बिहार विधानसभा के सभी दलों ने नीतीश कुमार को अपना नेता माना है. उन्होंने कहा कि अब अगर आप देखें तो पूरी हिंदी पट्टी में बीजेपी की कोई गठबंधन सहयोगी नहीं है. तेजस्वी ने कहा,
“ये तो इतिहास बताता है कि बीजेपी जहां रहती है जिसके साथ रहती है, उसको खत्म करने में लगी रहती है. आप पंजाब और महाराष्ट्र देख लीजिए. बिहार में जो हो रहा था वो किसी से छुपा है क्या? आज का दिन महत्वपूर्ण दिन है. आज ही क्विट इंडिया मूवमेंट की शुरुआत हुई थी. अंग्रेजों भारत छोड़ो का नारा दिया गया था. आज बिहार ने एक बार फिर दिखा दिया है, देश को संदेश दिया है, पूरे विपक्ष को संदेश दिया है कि जो पूरी मजबूती के साथ जनता के सवालों को लेकर लड़ता है उसे जनता पूरी तरह से स्वीकार करती है. जनता विकल्प चाहती है.”
तेजस्वी ने आगे कहा,
"जेपी नड्डा यहां आकर बोलते हैं कि क्षेत्रीय पार्टियों को खत्म करेंगे. इसका मतलब है कि विपक्ष को खत्म करेंगे. आप विपक्ष को खत्म करना चाहते हैं यानी लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं. लोकतंत्र की जननी में आकर आप लोकतंत्र को चुनौती देंगे, ये बिहार के लोग नहीं सहेंगे. हम नीतीश कुमार जी को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने एक बार फिर लीडर जैसा निर्णय लेने का काम किया."
तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी का जो एजेंडा है उसे बिहार में नहीं चलने देना है और लालू जी को आप जानते ही हैं, आडवाणी जी के रथ को रोका था. नीतीश कुमार और उनकी पार्टी से रही अदावत पर उन्होंने कहा कि हर घर में लड़ाई होती है उस पर ध्यान नहीं देना है. तेजस्वी ने नीतीश की तारीफ करते हुए कहा कि देश में अगर कोई सबसे अनुभवी मुख्यमंत्री है तो वे नीतीश कुमार हैं. क्या सरकार बनने के बाद 10 लाख रोजगार के वादे को पूरा करेंगे? इस सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि हम लोगों की बात चलेगी, एक बार तारीख तो तय हो जाने दीजिए.
बहरहाल, इस बीच खबर आई है कि बुधवार दोपहर 2 बजे केवल नीतीश कुमार बतौर मुख्यमंत्री और तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे.
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