BHU में स्टूडेंट्स को उल्लू बना दिया, फर्जी डिग्री छुआकर फोटो खिंचा दिया!
"कैमरे की ओर देख कर फोटो खिंचवा लीजिए, ये आपके साथ एक छोटा-सा प्रैंक था."
कॉलेज या यूनिवर्सिटी में कोर्स पूरा करने के बाद डिग्री मिलने की खुशी किसे नहीं होती! सालों की मेहनत के बाद डिग्री देकर आपको प्रमाणित किया जाता है. देश की प्रसिद्ध बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU) में तीन साल बाद छात्रों को डिग्री दी गई. 10 दिसंबर को दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ था. कई छात्रों ने सोशल मीडिया पर डिग्री मिलने के बाद खुशी जाहिर की. किसी को गोल्ड मेडल मिलने की खुशी तो कोई रीयूनियन को लेकर. लेकिन कुछ छात्र ऐसे भी रहे जिनके साथ मजाक हो गया! जी, हुआ तो कुछ ऐसा ही है.
BHU के दीक्षांत समारोह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें स्टेज पर छात्र बारी-बारी से आ रहे हैं और एक ही डिग्री के साथ फोटों खिंचवा कर लौट जा रहे हैं. उन्हें हाथ में डिग्री नहीं दी जा रही है. आजतक से जुड़े रौशन जायसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, डमी डिग्री के साथ फोटो खिंचवा रहे छात्र आर्ट फैकल्टी के थे. वहीं स्टेज पर डिग्री दे रहा व्यक्ति आर्ट फैकल्टी के ही डीन प्रोफेसर विजय बहादुर सिंह हैं.
सोशल मीडिया पर कई लोग 'डमी डिग्री' के साथ इस फोटो सेशन को शेयर कर सवाल उठा रहे हैं. BHU Diaries नाम के एक फेसबुक पेज पर लिखा,
डिग्री नहीं बन पाई- प्रोफेसर"BHU प्रशासन प्रशासन अपने छात्रों से- कैमरे की ओर देख कर फोटो खिंचवा लीजिए, ये आपके साथ एक छोटा सा प्रैंक था."
मामला बढ़ने के बाद आर्ट फैकल्टी के डीन प्रोफेसर विजय ने सफाई दी. उन्होंने बताया कि कुछ छात्रों की डिग्री नहीं बन पाई थी. प्रोफेसर विजय बहादुर की माने तो एग्जाम कंट्रोलर कुछ छात्रों की डिग्री नहीं बना पाई थी, इसके कारण ऐसा करना पड़ा. उन्होंने कहा कि ऐसे छात्र बाद में यूनिवर्सिटी आकर डिग्री ले लेंगे.
कोविड-19 के कारण BHU में तीन साल बाद दीक्षांत समारोह का आयोजन हुआ था. पिछले तीन साल से किसी छात्र को डिग्री भी नहीं दी गई थी. इसलिए, इस बार तीन सेशन के छात्रों को डिग्री दी गई… 2021-22, 2020-21 और 2019-20. 10 दिसंबर को 37 हजार से ज्यादा डिग्रियां दी गई. रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान कई छात्रों को कॉन्वोकेशन ड्रेस (साफा) नहीं मिल पाया. इसके कारण भी कई छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया.
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