नई मूर्ति तो आ गई, अब ‘रामलला’ की पुरानी मूर्ति का क्या होगा?
Ayodhya Ram Mandir Murti Sthapna: लोगों के मन में ये सवाल है कि राम की नई प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पुरानी प्रतिमा का क्या होगा? पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने इसका जवाब दिया.
अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इससे पहले लोगों के मन में एक सवाल ये है कि मंदिर में नई मूर्ति की स्थापना के बाद पुरानी मूर्ति का क्या होगा? ‘रामलला’ की मूर्ति, जो मंदिर बनने से पहले टेंट में रखी थी, उसे भी इसी नए बने मंदिर में रखा जाएगा. 19 जनवरी की शाम की आरती के बाद नए मंदिर के गर्भगृह में मूर्ति को स्थापित कर दिया गया. आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने बताया कि पुरानी मूर्ति की पूजा कई साल से होती आई है. अब इसकी पूजा नई मूर्ति के साथ होगी.
मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि
अब लोगों को इंतजार है 22 जनवरी का“पुरानी मूर्ति छोटी है. लोगों को दर्शन करने में परेशानी होती. सुरक्षा की दृष्टि से दर्शन दूर से कराए जाते हैं. 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद लोग दोनों मूर्तियों के दर्शन साथ में कर सकेंगे. अब तो भव्य मंदिर बन गया है. अब रामलला की पूजा-अर्चना एक राजा के रूप में होगी. अभी तक तो सब अव्यवस्थित था. जिस तरह वनवास होता है, उसी तरह की व्यवस्था थी. अब रामलला की पूजा विधि-विधान से होगी. ये ठीक उसी तरह है, जैसे दुख के बाद सुख आता है. ये कठिनाई रामलला की थी, जो हमने भी थी. लेकिन अब आनंद ही आनंद है.”
'रामलला' की नई मूर्ति की पहली तस्वीर भी 19 जनवरी को सामने आ गई. श्याम रंग की मूर्ति को कर्नाटक के मूर्तिकार अरुण योगीराज ने बनाया है. इसमें राम का 5 साल का बालस्वरूप दिखाया गया है. इस बीच अयोध्या में 22 तारीख़ के कार्यक्रम के लिए भव्य तैयारियां जारी है. मंदिर परिसर को सजाया गया है. प्रभु श्रीराम की दोनों मूर्तियां मंदिर में विराजमान हो गईं हैं. सियासी, खेल, बॉलीवुड से कई दिग्गज 22 जनवरी के कार्यक्रम में शिरकत करेंगे.
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