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कनाडा के पाले में चले गए अमेरिका-ऑस्ट्रेलिया, भारत से क्या करने को कहा?

अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने भारत पर कनाडा के लगाए आरोपों को बेहद गंभीर बताया है. अमेरिका ने इस मामले में कनाडा की जांच में साथ देने की बात कही है. साथ ही भारत से आग्रह किया है कि वो इस जांच में सहयोग करे.

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America and Australia supports Canada in their allegation of India's involvement in khalistani terrorist Nijjar's killing.
कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत के होने का आरोप लगाया है. (फोटो क्रेडिट - एपी)
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प्रज्ञा
21 सितंबर 2023 (Published: 08:41 IST)
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अमेरिका(USA) ने भारत पर लगाए कनाडा (India-Canada) के  लगाए आरोपों को बेहद गंभीर बताया है. अमेरिका ने इस मामले में जांच के लिए कनाडा का साथ देने की बात कही है. साथ ही भारत से आग्रह किया है कि वो इसमें सहयोग करे.

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर (Khalistani Hardeep Singh Nijjar) की हत्या में भारत सरकार के हाथ होने का संदेह जताया था.

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया ने भी कनाडा का साथ देने की बात कही है. ऑस्ट्रेलिया ने कनाडा की रिपोर्ट्स को चिंताजनक बताया है. साथ ही कहा है कि उन्होंने भारत सरकार के सामने ये मुद्दा उठाया है.

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'भारत कनाडा की जांच में सहयोग करें'

अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्ष परिषद (NSC) के कॉर्डिनेटर फॉर स्ट्रेटेजिक कम्यूनिकेशंस जॉन किरबी ने CBS न्यूज़ को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि ये बेहद गंभीर आरोप हैं. हम जानते हैं कि कनाडा इसकी जांच कर रहा है. हम उससे पहले कुछ नहीं बोलना चाहते.

जॉन किरबी ने आगे कहा कि हम भारत से भी इस जांच में सहयोग करने का आग्रह करते हैं. ये एक ऐसा हमला है जहां जाहिर तौर पर हम सभी चाहते हैं कि इसकी जांच पारदर्शी और हर एक तरह से पूरी हो. इससे कनाडा के लोगों को उनके जवाब मिल जाएंगे. हम दोनों ही देशों से बात करेंगे. हम चाहते हैं कि जांच बिना किसी दबाव के पूरी हो और तथ्यों के जरिए सच्चाई सामने आए.  

भारत में अमेरिका के राजदूत एरिक गार्सेटी ने भी कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को गंभीर बताया है. उन्होंने कहा कि ऐसे आरोप किसी को भी परेशान करेंगे. लेकिन मुझे उम्मीद है कि एक सक्रिय आपराधिक जांच के बाद हम ये सुनिश्चित कर सकेंगे कि अपराधियों को सज़ा मिल सके.

ऑस्ट्रेलिया ने जताई चिंता

वहीं ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि ये चिंताजनक रिपोर्ट्स हैं. अभी इस मामले में जांच चल रही है. हम दोनों देशों के घटनाक्रम पर करीब से नज़र रख रहे हैं और आगे भी रखते रहेंगे. हमने भारत से भी इस मुद्दे पर बात की है. पेनी वोंग UNGA की बैठक में शामिल होने के लिए अमेरिका के दौरे पर हैं.

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अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया, कनाडा के साथ फाइव आइज़ एलायंस (Five Eyes Alliance) का हिस्सा हैं. इनके साथ ही ब्रिटेन और न्यूज़ीलैंड भी इसमें शामिल हैं. ये देश आपस में खुफिया जानकारियां शेयर करते हैं. ये भी कहा जाता है कि फाइव आइज़ इन पांचों देशों की इंटेलिजेंस एजेंसियों का एक समूह है.

भारत ने की सबूतों की मांग

ऐसे में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों के बयान ज़रूरी हो जाते हैं. यहां इस बात पर भी ध्यान देना होगा कि दोनों ही देश भारत के भी रणनीतिक साझेदार हैं. भारत ने जांच के लिए कनाडा से सबूतों की मांग की है. इनके आधार पर ही भारत की तरफ से जांच में सहयोग की बात कही गई है.

भारत ने कनाडा के सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है. साथ ही विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में इन आरोपों को बेतुका और एक विचारधारा से प्रेरित बताया. 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया के एक पार्किंग इलाके सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर हरदीप सिंह निज्जर को गोली मार दी गई थी. 

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