पुलवामा में 14 फरवरी को हुए आतंकी हमले में CRPF के 37 जवान शहीद हो चुके हैं.इसके बाद केंद्र सरकार के साथ ही देश की सुरक्षा एजेंसियां भी हरकत में आ गई हैं.15 फरवरी को राजधानी दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्यूरिटी की बैठक हुई. इसके बादवित्तमंत्री अरुण जेटली और रक्षामंत्री निर्मला सीतारमन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की.बताया कि भारत पाकिस्तान से ‘मोस्ट फेवर्ड नेशन’ का दर्जा वापस ले लेगा. ये तो हुआकेंद्र सरकार का पहला कदम. लेकिन दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर में भी सुरक्षा एजेंसियांहरकत में आ गई हैं. गांव-गांव में चल रही तलाशी, पांच हिरासत में पुलवामा आतंकीहमले के पीछे जिस शख्स का नाम आया है, वो है आदिल अहमद डार. रहने वाला पुलवामा केगुंडीबाग का है. स्थानीय कश्मीरी है. इसे देखते हुए सुरक्षा एजेंसियां पुलवामा केगांवों में तलाशी अभियान चला रही हैं. अब तक की जानकारी के मुताबिक सुरक्षाएजेंसियों ने पुलवामा हमले में शामिल होने के आरोप में पांच लोगों को हिरासत मेंलिया है. अभी खुफिया एजेंसियां इनसे पूछताछ कर रही हैं. पुलवामा पहुंची NIA और NSGकी टीम, राजनाथ भी पहुंचे कश्मीर पुलवामा आतंकी हमले की जांच के लिए NIA और NSG कीटीम पुलवामा पहुंच चुकी है. इस टीम में फरेंसिक एक्सपर्ट भी शामिल हैं. वहींजम्मू-कश्मीर पुलिस भी इस आतंकी हमले की जांच में जुटी हुई है. वहीं जम्मू-कश्मीरपुलिस की ओर से किसी भी सैनिक काफिले को निकालने पर रोक लगा दी गई है. गृहमंत्रीराजनाथ सिंह भी जम्मू-कश्मीर पहुंच चुके हैं.--------------------------------------------------------------------------------पुलवामा में CRPF पर हुए आतंकवादी हमले में इतने जवान कैसे शहीद हुए?|दी लल्लनटॉपशो| Episode 154