लंदन में खालिस्तान सपोर्टरों ने फिर बदमाशी की, ऐसा जवाब मिला कि बस!
पिछली बार तिरंगा उतारने की कोशिश की थी, इस बार इंक लेकर आए थे.
खालिस्तान की मांग करने वाला अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) फरार है. पुलिस उसे पकड़ने के लिए हाथ-पैर मार रही है. और पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ कई देशों में खालिस्तान समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं. कल बुधवार, 22 मार्च को दोबारा प्रदर्शनकारियों ने लंदन में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) के बाहर लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की. पुलिस पर पानी की बोतलें और इंक फेंकी गई. इसके पहले बीते रविवार को भी भारतीय उच्चायोग के बाहर भीड़ ने तोड़फोड़ की थी, उच्चायोग की इमारत से तिरंगा तक उतार दिया था. जिसके बाद उच्चायोग के स्टाफ ने इमारत पर पहले से बड़ा तिरंगा लगा दिया था. माना जा रहा है कि इसीलिए खालिस्तान समर्थक लोग फिर भड़क गए.
बुधवार को क्या हुआ?NDTV की खबर के मुताबिक, यूनाइटेड किंगडम (UK) की राजधानी लंदन में बुधवार को जब खालिस्तान समर्थक लोग यहां जुटना शुरू हुए तो तादात बहुत नहीं थी. लेकिन देर शाम तक करीब 2 हजार प्रदर्शनकारी इकठ्ठा हो चुके थे. पुलिस, प्रदर्शनकारियों को उच्चायोग के बाहर सड़क के दूसरी तरफ रोकने की कोशिश कर रही थी. इन लोगों ने पुलिस के लगाए बैरीकेड तोड़ने की कोशिश की. पुलिसवालों पर पानी की बोतलें और स्याही, रंग वगैरह फेंके. इसके बाद उच्चायोग के बाहर पुलिस बढ़ानी पढ़ी. पुलिस का कहना था कि विरोध बढ़ेगा तो उच्चायोग के आस-पास के इलाके को खाली करवाया जाएगा.
लंदन में इसलिए बढ़ाई गई पुलिस-लंदन पुलिस भारतीय उच्चायोग के बाहर पहले से ज्यादा मुस्तैद दिख रही है. इसके पीछे वजह बताई जा रही है भारत की नाराजगी. दरअसल बीते रविवार जब भारतीय उच्चायोग के बाहर खालिस्तान समर्थक भीड़ प्रदर्शन करने पहुंची तो वहां पुलिस नदारद थी. प्रदर्शन करने वालों ने न सिर्फ नारेबाजी की बल्कि उच्चायोग की इमारत पर लगा तिरंगा भी उतार दिया था. इसके बाद भारत ने रविवार की शाम को ब्रिटिश राजनयिक को तलब कर सख्त नाराजगी जताई. ख़बरों के मुताबिक, भारत ने इंटेलिजेंस के जरिए ब्रिटिश सरकार को पहले ही जानकारी दी थी कि खालिस्तान समर्थकों का प्रदर्शन हिंसक हो सकता है. बावजूद इसके लंदन पुलिस मौके पर नहीं मौजूद थी.
भारतीय विदेश मंत्रालय की तरफ से बताया गया,
"भारतीय उच्चायोग पर ब्रिटिश सुरक्षा पूरी तरह गायब होने के पीछे स्पष्टीकरण मांगा गया जिसके चलते ऐसे तत्व उच्चायोग के परिसर में पहुंच गए."
मंत्रालय की तरफ से UK की सरकार से रविवार वाली घटना पर तुरंत एक्शन लेने को कहा गया था. कहा गया था कि जो भी लोग उस घटना में शामिल थे उन्हें पहचान कर अरेस्ट किया जाए, मुकदमा चलाया जाए. ये भी तय हो कि ऐसी घटना दोबारा नहीं होंगी.
ब्रिटिश अधिकारियों ने घटना की निंदा तो की लेकिन सिर्फ एक शख्स मंगलवार को गिरफ्तार किया गया. जिसका नाम अवतार सिंह खंडा है. अवतार सिंह खंडा प्रतिबंधित ग्रुप बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) का मेंबर है. कहा जा रहा है कि यही शख्स अमृतपाल का हैंडलर था. हालांकि इसे बाद में जमानत भी दे दी गई.
इसके बाद दिल्ली में भी ब्रिटिश उच्चायोग के बाहर पुलिस सुरक्षा घटा ली गई. दिल्ली पुलिस की तरफ से कहा गया कि ब्रिटिश उच्चायोग के रास्ते पर एक्स्ट्रा बैरिकेड्स अड़चन पैदा कर रहे थे, इसलिए हटाए हैं. हाई कमीशन के बाहर सिक्योरिटी कवर में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
इसके बाद बुधवार को लंदन में भारतीय उच्चायोग का सिक्यूरिटी कवर बढ़ा दिया गया. खालिस्तान समर्थकों का प्रदर्शन बढ़ा तो पुलिस के अलावा फ़ोर्सेज की 24 बसों को लाकर तैनात किया गया. घुड़सवार पुलिस की भी गश्त शुरू हो गई. ब्रिटेन के विदेश मंत्री ने भी कहा कि उच्चायोग में मौजूद स्टाफ की सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी. और उच्चायोग पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
वीडियो: अमृतपाल का खालिस्तान और भिंडरावाले से कनेक्शन और अजनाला कांड के पीछे की टाइमिंग की पूरी कहानी