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कॉलेज में बिना वस्त्र पहनाए सरस्वती की मूर्ति स्थापित की, ABVP-बजरंग दल भड़के, कॉलेज ने क्या सफाई दी?

आरोप है कि कुछ छात्रों ने देवी सरस्वती की मूर्ति को बिना वस्त्र पहनाए स्थापना की थी. वीडियो वायरल हुआ तो Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में घुसकर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया. क्या है पूरा मामला, जानिए.

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 Saraswati idol without a traditional saree in tripura college
(बाएं) देवी सरस्वती की मूर्ति पहले , (दाएं) साड़ी पहनाने के बाद की तस्वीर | फोटो- इंडिया टुडे
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प्रगति चौरसिया
15 फ़रवरी 2024 (Updated: 15 फ़रवरी 2024, 19:46 IST)
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त्रिपुरा के अगरतला में वसंत पंचमी के मौके पर देवी सरस्वती की प्रतिमा को लेकर विवाद हो गया. आरोप है कि कुछ छात्रों ने देवी सरस्वती की मूर्ति को बिना वस्त्र पहनाए स्थापना की थी. सोशल मीडिया पर जब इस मामले का वीडियो वायरल हुआ, तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने कॉलेज में घुसकर जमकर विरोध-प्रदर्शन किया.

मामला गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ आर्ट एंड क्राफ्ट का है. एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक 14 फरवरी को कॉलेज के छात्रों ने देवी सरस्वती की मूर्ति स्थापित की थी. ये मूर्ति खुद छात्रों ने ही तैयार की थी. लेकिन देवी की प्रतिमा पर कोई भी वस्त्र नहीं पहनाया गया था. त्रिपुरा के ABVP यूनिट के जॉइंट सेक्रेटरी दिबाकर अचार्जी ने मामले पर आपत्ति जताते हुए कहा,

पारंपरिक साड़ी के बिना मां सरस्वती की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी. सूचना के बाद हम पूजा शुरू होने से पहले कॉलेज पहुंचे और मूर्ति पर साड़ी पहनाने की मांग की.

ABVP के कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि देवी की ऐसी प्रतिमा भारतीय संस्कृति और धार्मिक भावनाओं के खिलाफ है. ABVP के कार्यकर्ताओं के साथ बजरंग दल के नेता भी प्रदर्शन में शामिल होकर विरोध करने लगे. जिसके बाद मूर्ति को साड़ी पहनाई गई. ABVP के कार्यकर्ताओं ने इस मामले को लेकर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा से ठोस कदम उठाने की अपील की. साथ ही कॉलेज मैनेजमेंट के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की गई. हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक़, बजरंग दल के स्टेट कॉर्डिनेटर तूतन दास ने भी मूर्ति के चित्रण की निंदा करते हुए कहा,

एक कला और शिल्प महाविद्यालय के छात्रों से सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों को लेकर कुछ अपेक्षा होती है. ये घटना विचलित करती है.

ये भी पढ़ें- असम में शिव-पार्वती बन महंगाई का विरोध करने वालों पर क्या बोला बजरंग दल?

कॉलेज प्रशासन ने दी सफाई

वहीं इस घटना को लेकर कॉलेज अथॉरिटी ने कहा कि हमारा मकसद किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था. कॉलेज ने कहा कि विवादित प्रतिमा को पूजा पंडाल के पीछे प्लास्टिक से ढक कर रखा गया है. पुलिस ने भी कॉलेज पहुंचकर मामले का पूरा जायजा लिया. हालांकि, किसी की तरफ से कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है.

वीडियो: बजरंग दल ने नमाज रुकवा किया बवाल, बोले- नई परंपरा नहीं शुरू होने देंगे

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