30 लाख से अधिक ट्वीट कर छात्रों ने रेलवे से पूछा, 'कब होगी परीक्षा?'
1000 दिन बीत गए, अब तक एग्जाम की डेट नहीं आई.
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#JusticeForRailwayStudents. सोशल मीडिया की भाषा में ये एक हैशटैग है. हैशटैग एक माध्यम है जिसके जरिए एक समान विचारों को सोशल मीडिया पर इकट्ठा किया जाता है. जब एक साथ ढेर सारे लोग एक ही तरह की बात या विचार पोस्ट करने लगें तो फिर वो हैशटैग ट्रेंड होने लगता है. तो हुआ ये है कि समाचार लिखे जाने तक करीब 3 मिलियन यानी 30 लाख बार #JusticeForRailwayStudents ट्वीट किया जा चुका है, जो बुधवार 1 दिसंबर की सुबह से ट्विटर पर ट्रेंड हो रहा है.
क्यों हो रहा प्रोटेस्ट? इसकी वजह है 1000 दिन पहले निकली रेलवे की वैकेंसी. रेलवे ने फरवरी 2019 में विज्ञापन निकाला. नौकरियां ही नौकरियां. इसमें दो कैटेगरी की नौकरियां थीं. पहली NTPC यानी नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी में 35 हजार 208 पोस्ट की वैकेंसी. इसमें क्लर्क, टिकट क्लर्क, गुड्स गार्ड, स्टेशन मास्टर जैसे पदों पर भर्ती होती है. NTPC के लिए आवेदन करने वालों की संख्या 1 करोड़ 26 लाख के लगभग है. जून से सितंबर 2019 के बीच इसकी परीक्षा आयोजित होनी थी.#JusticeForRailwayStudents नं.1 पर ट्रेंड कर रहा है। रेलवे की तैयारी कर रहे अभ्यर्थी वैकेंसी की मांग कर रहे हैं। अब तक करीब 3.7 मिलियन ट्वीट आ चुके हैं। मंत्री @AshwiniVaishnaw जी अभ्यर्थी आपसे उम्मीद लगाए बैठे हैं। उम्मीद है आप इनकी सुनेंगे।
— Abhinav Pandey (@Abhinav_Pan) December 1, 2021
दूसरी परीक्षा थी ग्रुप डी की. NTPC के साथ ही इसकी वैकेंसी भी आई थी. 1 लाख 3 हज़ार 769 पदों की भारी भरकम वैकेंसी. 1 करोड़ 15 लाख के लगभग आवेदन आए थे. दोनों परीक्षाओं को मिला दें तो कुल आवेदन करने वालों की संख्या हो जाती है दो करोड़ 40 लाख के आसपास. NTPC की परीक्षा होने के बाद सितंबर-अक्टूबर 2019 में ग्रुप डी का एग्जाम शेड्यूल था. लेकिन तय शेड्यूल पर न तो NTPC की परीक्षा हुई और न ही ग्रुप डी की. पिछले साल के प्रदर्शन के बाद क्या हुआ? आपको पिछले साल सितंबर में सोशल मीडिया से लेकर सड़क तक बेरोजगार युवाओं का प्रदर्शन याद ही होगा. हमें तो याद है, क्योंकि हमने तब भी सरकार से पूछा था कि ये भर्तियां कब पूरी होंगी? और करीब सवा साल बाद फिर से पूछ रहे हैं कि आखिर ये भर्तियां कब पूरी होंगी? पिछले साल के विरोध-प्रदर्शन के बाद सरकार की ओर से एक डेट शीट जारी की गई थी. पहले NTPC और फिर उसके बाद ग्रुप डी एग्जाम कराने की बात कही गई थी. दिसंबर 2020 से NTPC के पहले स्टेज की परीक्षा शुरू हुई जो खत्म हुई जुलाई 2021 में. लेकिन रिजल्ट अब तक नहीं आया है. यानी कि NTPC के वो अभ्यर्थी जो पहले परीक्षा के लिए प्रदर्शन कर रहे थे वो अब रिजल्ट के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. फिर उसके बाद मेडिकल, टाइपिंग, डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन, और जॉइनिंग की बारी आएगी.33 लाख से अधिक ट्वीट 🔥🔥 trending #1 India 🇮🇳 Trending #2 Worldwide But it’s not enough, we need 1 crore+ tweets. #JusticeForRailwayStudents pic.twitter.com/X71yAdaNBk
— RaMo (@RaMoSirOfficial) December 1, 2021
हजार दिन बीत गए, कब होगी परीक्षा? NTPC की एक स्टेज की परीक्षा हो भी गई है. ग्रुप डी वालों की तो अब तक परीक्षा ही नहीं हुई है. जबकि नोटिफिकेशन जारी हुए पूरे एक हजार दिन बीत चुके हैं. एक-एक फॉर्म के लिए 500 रुपए लेने वाली सरकार एक करोड़ से अधिक युवाओं को अब तक इस सवाल का जवाब नहीं दे सकी है कि उनकी परीक्षा कब होगी. भर्ती पूरी होने और जॉइनिंग मिलने की बात तो भूल ही जाइए. जल्द से जल्द ग्रुप डी और NTPC एग्जाम कराने की मांग को लेकर पिछले साल सितंबर से प्रदर्शन कर रहे युवा हल्ला बोल संगठन के अध्यक्ष अनुपम बताते हैं,सरकारी नौकरी का सपना दिखाकर रेलवे ने बेरोजगार युवाओं से ₹864 करोड़ जमा कर लिए। ये हम नही, खुद सरकार ने संसद में जवाब दिया है।
एक साल से ज्यादा बीत गया, लेकिन अब तक प्रारंभिक परीक्षा का भी अता पता नही। तो क्या अब बेरोजगार युवाओं से इक्कट्ठा किए पैसों से सूद कमाएगी यह सरकार? pic.twitter.com/y51uVo4nYI — Anupam | अनुपम (@AnupamConnects) March 19, 2020
ग्रुप डी के लिए अप्लाई करने वालों में सर्वाधिक संख्या समाज के सबसे कमजोर तबके के लोगों की है. ये केवल बेरोजगार युवा नहीं हैं. ये वो लोग हैं जिनके लिए फॉर्म का 500 रुपए इकट्ठा करना ही अपने आप में संघर्ष है. ऐसे लोगों से पैसा जमा करके आप परीक्षा नहीं करा रहे हैं और सूद कमा रहे हैं. 5 सितंबर 2020 को जब हमने प्रदर्शन किया था तब तुरंत इन्होंने कह दिया था कि हम परीक्षा करवाएंगे. यही एकमात्र रिएक्शन अब तक उनकी ओर से आया है. उसमें भी उन्होंने कहा था कि NTPC और ग्रुप डी दोनों कराएंगे लेकिन केवल NTPC कराया, ग्रुप डी अब तक नहीं कराया.नोटिफिकेशन निकले एक हजार दिन बीत चुके हैं. बीच में कई बार प्रदर्शन हुए. आज भी लाखों ट्वीट हो चुके हैं. लेकिन ग्रुप डी का फॉर्म भरने वाले एक करोड़ 15 लाख लोगों को ये नहीं पता कि उनका एग्जाम कब होगा. संशय इस बात पर भी है कि एग्जाम होगा भी या नहीं होगा. RRB या रेल मंत्रालय की ओर से भी अब तक इस बारे में कोई अपडेट नहीं आया है.