भारत की आज़ादी के पहले की बात है. लाहौर में तांगा चलने वाले मंगू कोचवान को एक रोज़पता चलता है कि भारत में नया कानून आने वाला है. जिससे अंग्रेज़ों का राज ख़त्म होजाएगा. कानून के लागू होने के तारीख थी 1 अप्रैल. ठीक उसी दिन एक गोरा आदमी मंगू केतांगे को रोकता है. मंगू उससे पूछता है, साहिब बहादुर को कहां जाना मंगता?गोरा अंग्रेज़ जवाब देता हैं, “हीरा मंडी”मंगू कहता है, किराया पांच रूपये होगा.दोनों के बीच किराए को लेकर झड़प शुरू होती है और देखते ही देखते मंगू उसे जमकरलात-घूंसे जमा देता है. मंगू के अनुसार उस दिन नया क़ानून लागू हो गया था. इसलिएवाजिब किराया मांगना उसका हक़ था. लेकिन फिर कुछ ही देर में पुलिस वाले आए और मंगूको जेल में ठूंस दिया गया.